Home >
वर्ल्ड बैंक, इंडिया रेटिंग्स, RBI और मॉर्गन स्टैनले के बाद अब IMF ने भी 2022-23 के भारत के GDP अनुमान में कटौती कर दी है.
बिजली का संकट लगातार बढ़ रहा है. एक तरफ देश में पावर शॉर्टेज बढ़ रही है तो दूसरी तरफ महंगे ईंधन के चलते बिजली उत्पादन की लागत भी लगातार बढ़ रही है.
इसके अलावा रूस-यूक्रेन जंग के चलते भी सप्लाई चेन बाधित हुई है. इस वजह से ग्लोबल लेवल पर अनाज का प्रोडक्शन, खाद्य तेलों की आपूर्ति और उर्वरक
कीमती सामान को रखने के लिए बैंक लॉकर सुरक्षित विकल्प माना जाता है. इसके बावजूद लॉकर से सामान गायब होने की खबरें आए दिन आती रहती हैं.
ब्रेड, नमकीन, चिप्स, बिस्किट के पैकेट पहले से हल्के या महंगे क्यों हो गए हैं? वनस्पति तेल, स्टील प्रोडक्ट और बेस मेटल्स कैसे बढ़ा रहे हैं महंगाई?
गर्मी जैसे जैसे बढ़ रही है बिजली की मांग में भी उसी रफ्तार से इजाफा हो रहा है? मांग बढ़ने के साथ बिजली कटौती की आशंका भी गहरा गई है.
कंपनी एफडी में बैंक एफडी के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है. कितने फायदे का है यह निवेश, देखिए चैन की सांस के इस खास शो में-
महंगाई के प्रति आपका गुस्सा अगर सिर्फ पेट्रोल डीजल तक सीमित है तो जरा अपने खानपान का हिसाब लगाइए... आटा, रिफाइंड, सब्जी, दूध सब महंगे हो गए.
नेपाल की विदेश मंत्रालय की वेबसाइट बताती है कि नवंबर 2021 में नेपाल को एशियन डवलपमेंट बैंक से 60 मिलियन डॉलर का लोन मिला था.
खरीफ का सीजन सामने खड़ा है जिसमें भारी मात्रा में उर्वरक की जरूरत होगी... डर है कहीं सारा मुनाफा उर्वरक की खरीद ही न खा जाए.