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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ऑनलाइन सुविधा मुहैया कराई गई थी लेकिन जरूरी दस्तावेज की उलझन को लेकर लोग इस स्कीम के बारे में समझ नहीं पा रहे थे.
क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में यह उछाल तब आया है जब कर्ज बहुत महंगा है. मई 2022 से अब तक RBI रेपो रेट में 250 बेसिस प्वॉइंट्स की वृद्धि कर चुका है.
निवेश के लिए दोनों ही प्रोडक्ट की अलग-अलग खूबियां हैं. दोनों का अपना रुतबा है. एक तरफ स्टॉक का भाव रोज बदलता है. इसमें कभी तेज उछाल आ जाता तो कभी नीचे लुढ़क जाता है.
2022 से अबतक RBI ने करीब 6 बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है, रेपो रेट बढ़ने से आम आदमी पर कर्ज का बोझ भी बढ़ता जा रहा है? ऐसे में क्या होम लोन को रिफाइनेंस करवा लेना सही होगा?
पीएफआरडीए के चेयरमैन दीपक मोहंती ने कहा, सिस्टेमैटिक वि़ड्रॉल की सुविधा के जरिए आकर्षक बनाई जाएगी स्कीम.
कोटक महिंद्रा बैंक के ग्राहकों को डेबिट कार्ड के लिए करना होगा 259 रुपए और GST का भुगतान. एकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन न होने पर भी बैंक वसूलेगा ज्यादा फीस. मंथली मिनिमम बैलेंस मेंटेन न होने पर बैंक अधिकतम 600 रुपए का जुर्माना लगाएगा.
बैंक FD के बदले लिया गया लोन पर्सनल लोन या बिजनस लोन के मुकाबले काफी सस्ता पड़ता है. ज्यादातर बैंक लोन देते वक्त FD के उपर सिर्फ 1 से 1.5 फीसद ज्यादा ब्याज लेते हैं. इस लिहाज से ये लोन इन्हें सिर्फ 8 या 9 फीसद की ब्याज दरों पर मिल जाता है. वहीं महंगे लोन के इस दौर में पर्सनल लोन की ब्याज दरें दहाई के अंकों में पहुंच चुकी हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का यह सिलसिला बहुत दिन तक नहीं रहने वाला. ऐसे में ऊंची दरों पर लंबी अवधि के निवेश के लिए यह बढ़िया मौका है.
लोन रिफाइनेंस कराने पर आपको प्रोसेसिंग फीस जैसे कुछ शुल्क चुकाने पड़ते हैं. इसलिए अगर आप भी महंगी ब्याज दरों से परेशान हैं और अपने होम लोन को रिफाइनेंस कराने की सोच रहे हैं. तो हम आपको बताते हैं रिफाइनेंस से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
देश में बेंचमार्क 10 साल के बॉन्ड की यील्ड 7 महीने के निचले स्तर पर आई. अब ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं, कटौती होने के आसार