देश के हर नागरिक को बैंकिंग सेवा से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने करीब 9 साल पहले जिस प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की थी, उसके तहत खोले गए बैंक खातों का आंकड़ा 50 करोड़ के पार पहुंच गया है. 9 अगस्त को जनधन खातों का आंकड़ा 50 करोड़ के पार गया है. केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत 28 अगस्त 2014 को की थी.
सरकार की तरफ से बताया गया है कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खुले जनधन बैंक खातों में 56 फीसद बैंक खाते महिलाओं के हैं और 67 फीसद बैंक खाते ग्रामीण क्षेत्रों तथा छोटे कस्बों में खुले हैं. सरकार ने बताया है कि जनधन खातों में जमा राशि का आंकड़ा 2 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है, हर बैंक खाते में औसतन 4076 रुपए जमा हैं. करीब 5.5 करोड़ जनधन खातों को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांस्फर के लाभ से जोड़ा गया है, यानी सरकार की तरफ से दी जाने वाली सब्सिडी का पैसा सीधा इन खातों में जा रहा है.
जनधन खातों को सामान्य बैंक खातों के मुकाबले कुछ सुविधाएं भी मिल रही हैं, इन खातों पर मिनिमम बैलेंस का नियम लागू नहीं होता, यानी बैंक में न्यूनतम बैलेंस रखने का कोई नियम नहीं है, बैंक को हर हाल में खाता मैनेज करना होगा. इन खातों पर बिना किसी शुल्क के रुपे डेबिट कार्ड की सुविधा दी जाती है जिसपर 2 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा और 10 हजार रुपए के ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी मिलती है.