देश में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश में कर्ज लेकर खर्च करने वालों की संख्या बढ़ने की वजह से क्रेडिट कार्ड के आउटस्टेंडिंग कर्ज में 31 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. रिजर्व बैंक के आंकड़े बताते है कि मार्च अंत तक देश में कुल क्रेडिट कार्ड आउटस्टेंडिंग 1.94 लाख करोड़ रुपए दर्ज की गई है जो मार्च 2022 के अंत में 1.48 लाख करोड़ रुपए थी.
आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि भारतीयों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है. लोग अब कर्ज लेकर ज्यादा खर्च करने लगे है. क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में यह उछाल तब आया है जब कर्ज बहुत महंगा है. मई 2022 से अब तक RBI रेपो रेट में 250 बेसिस प्वॉइंट्स की वृद्धि कर चुका है. रेपो रेट बढ़ने से सभी तरह के कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ जाती हैं. क्रेडिट कार्ड का बकाया अनसिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आता है जो अन्य कर्ज के मुकाबले और महंगा होता है. तो अगर आपके मन में भी सवाल आ रहा है कि आखिर इतने महंगे कर्ज के बाद भी लोग क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं. तो आइए समझते हैं-
क्यों बढ़ रहा इस्तेमाल?
मनी9 के सर्वे से पता चलता है भारत में लोग सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल राशन खरीदने के लिए करते हैं.. करीब 50 फीसद लोग क्रेडिट कार्ड से राशन खरीदते हैं. 47 फीसद तेल भरवाने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. 38 फीसद लोग कपड़े खरीदने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. कई लोगों के पास बचत ही नहीं बची है. मनी9 के सर्वे के मुताबिक पिछले 5 साल में 53 फीसद लोगों ने अपनी बचत तोड़ी है इसलिए कई खर्च के लिए उन्हे क्रेडिट कार्ड का सहारा लेना पड़ रहा है. एक और बड़ी वजह यह है कि क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करना आसान होता है. डिजिटाइजेशन के दौर में लोग डेबिट कार्ड के मुकाबले क्रेडिट कार्ड को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. RBI के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में हर 100 डेबिट कार्ड पर 8 क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं फिर भी ऑनलाइन पेमेंट में क्रेडिट कार्ड से किया खर्च डेबिट कार्ड के मुकाबले 40 गुना ज्यादा है. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले डेबिट कार्ड के मुकाबले दोगुना ज्यादा खर्च करते हैं. कई लोग क्रेडिट कार्ड का भुगतान सही समय पर नहीं कर पाते हैं और इस पेमेंट का बाद में भुगतान करने के लिए रोलओवर कर देते हैं. मनी 9 के सर्वे से पता चलता है कि करीब 59 फीसद लोग अपनी पेमेंट को रोल ओवर करते हैं. इस वजह से भी क्रेडिट कार्ड आउटस्टैंडिंग के आंकड़े बढ़ गए हैं.
RBI ने बैंकों को चेताया?
क्रेडिट कार्ड के इस बढ़ते इस्तेमाल से RBI चिंता में है. अमेरिका और यूरोप में बढ़ते बैंकिंग संकट को देखते हुए रिजर्व बैंक ने देश के सभी बैंकों से रिटेल लोन पोर्टफोलियो पर निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है. RBI ने बैंकों से असुरक्षित कर्ज के पोर्टफोलियो को ज्यादा न बढ़ानेके लिए कहा है. असुरक्षित लोन पोर्टफोलियो में पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन और छोटे कारोबार के लिए दिया गया लोन आता है. जून 2020 से लेकर अब तक बैंकों के असुरक्षित कर्ज के पोर्टफोलियो में करीब तीन फीसद की बढ़ोतरी हुई है. फरवरी 2022 से फरवरी 2023 के दौरान बैंकों ने इस तरह के करीब 2.2 लाख करोड़ रुपए के कर्ज बांटे हैं. बीते एक साल के दौरान कर्ज की दरों में हुई बढ़ोतरी की वजह से बैंकों के असुरक्षित लोन पोर्टफोलियो को लेकर जोखिम बढ़ा है.
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