अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न कौन नहीं चाहता. इसके लिए जरूरी है कि आप अपने पैसों का निवेश रणनीतिक तरीके से करें. ऐसा कर पाने में अगर आप सफल रहते हैं तो लंबे समय में बेहतरीन रिटर्न प्राप्त करने में कोई बाधा नहीं आएगी. आज हम चर्चा करेंगे ऐसे ही एक फंड- आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट अलोकेटर फंड की.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट अलोकेटर फंड ने रणनीतिक तरीके से निवेश कर 2003 में किए गए 1 लाख रुपये के निवेश को इस समय 11.13 लाख रुपये बना दिया है. यानी इसने सालाना 12.39 फीसदी चक्रवृद्धि ब्याज की दर से रिटर्न दिया है.
इस फंड ने एक साल में 10 हजार रुपये को 14,819 रुपये बना दिया है. 5 साल में यह रकम 19,971 रुपये हो गई है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल असेट अलोकेटर फंड इक्विटी, डेट और गोल्ड की कीमत का लाभ उठाता है. एसेट एलोकेशन के लिए इसका अनुशासित और प्रोसेस ड्रिवेन अप्रोच, एक्टिव मैनेजमेंट और रेगुलर रीबैलेंसिंग इसे लंबे समय में धन कोष बनाने वाले निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है.
35% से 100% तक के गैर-डेट निवेश के साथ इस फंड का लक्ष्य बेहतर नतीजे के लिए रणनीतिक रूप से एसेट एलोकेशन करते हुए टैक्स का लाभ भी उपलब्ध कराना है. 2024 के बजट तक, निवेशक के टैक्स स्लैब के अनुसार लंबी अवधि और अल्प अवधि के लाभ पर टैक्स लगाया जाता था. हालांकि, टैक्सेशन के नए नियमों के तहत, अल्पकालिक पूंजीगत लाभ पर अभी भी लागू स्लैब के अनुसार कर लगाया जाता है, लेकिन दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर अब 12.5% की निश्चित दर से टैक्स लगाया जाता है. निवेशक कम से कम 24 महीने तक फंड को होल्ड करके इस दर से लाभ उठा सकते हैं, इस प्रकार अपने कर-पश्चात रिटर्न को बेहतर बना सकते हैं.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल असेट अलोकेटर फंड के फंड मैनेजर को एसेट एलोकेशन, प्रतिभूतियों के चयन या व्यक्तिगत निवेश के आकार के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. ईटीएफ में निवेश करके, फंड सक्रिय आवंटन के साथ परोक्ष प्रतिभूतियों (Passive Securities) को चुनने की भी अनुमति देता है, जिससे निवेशकों को मार्केट टाइमिंग और एसेट को चुनने की जटिलताओं से बचने में मदद मिलती है. यह अप्रोच निवेशकों को निवेश प्रक्रिया के साथ सहज महसूस कराने के लिए डिज़ाइन किया गया है.