• English
  • বাংলা
  • తెలుగు
  • मराठी
  • ಕನ್ನಡ
  • ગુજરાતી
  • money9
  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • इन्वेस्टमेंट
  • आईपीओ
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Breaking Briefs
downloadDownload The App
Close
  • Home
  • Videos
  • Podcast
  • Exclusive
  • टैक्स
  • म्यूचुअल फंड
  • बचत
  • कर्ज
  • म्यूचुअल फंड
  • स्टॉक
  • प्रॉपर्टी
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Survey 2023
  • Survey Report
  • Breaking Briefs
  • बीमा
  • बचत
  • लोन
  • इन्वेस्टमेंट
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • Exclusive
  • आईपीओ
  • Home / प्रॉपर्टी

क्या है प्रोबेट? जिसका वसीयत से है गहरा संबंध

प्रोबेट एक सर्टिफिकेट होता है जो कोर्ट की ओर से वसीयत के संबंध में जारी किया जाता है.

  • देवेन्द्र शर्मा
  • Last Updated : March 25, 2024, 10:10 IST
pic: tv9 bangla
  • Follow

पिता के गुजरने के बाद जब अनिल घर का म्यूटेशन यानी घर को अपने नाम करवाने मेरठ के तहसील पहुंचे तो एक नए डॉक्यूमेंट की मांग सुनकर परेशान हो गए. जिसे प्रोबेट कहा जा रहा था. अन‍िल सोचने लगे क‍ि पिता ने वसीयत तो बनाई थी और घर भी उनके नाम किया है तो फिर ये प्रोबेट क्या है? और क्यों मांगा जा रहा है?

हो सकता है क‍ि आपने भी प्रोबेट के बारे में पहली बार सुना हो इसील‍िए आज हम इसी के बारे में बात करेंगे और जानेंगे क‍ि प्रोबेट होता क्या है और ये क‍ितना जरूरी है.

दरअसल प्रोबेट कोर्ट में वसीयत की वैधता पुष्टि करने की कानूनी प्रक्रिया है. अगर प्रॉपर्टी को लेकर कोई विवाद होता है या ज्यादा दावेदार होते हैं तो प्रोबेट की जरूरत पड़ती है. प्रोबेट का मकसद ये सुनिश्चित करना है कि वसीयतकर्ता की संपत्ति उसकी इच्छा के अनुसार उन्हीं लोगों को मिले जैसा कि वसीयत में बताया गया है. अगर वसीयत एक से ज्यादा लोगों के नाम है तो प्रॉपर्टी का बंटवारा वसीयत के हिसाब से ही किया जाए.

आसान शब्दों में कहें तो प्रोबेट एक सर्टिफिकेट होता है जो कोर्ट की ओर से वसीयत के संबंध में जारी किया जाता है. एक तरह से प्रोबेट एक ऑर्डर होता है जिसमें कोर्ट वसीयत को लागू करने का आदेश देता है. अब सवाल ये है कि आखिर प्रोबेट बनवाने की जरूरत क्यों पड़ती है?

एस्टेट प्लानर जितेन्द्र सोलंकी कहते हैं कि वसीयत को सादे कागज पर भी लिखा जा सकता है. ऐसे में कई बार फर्जी वसीयत के मामले भी सामने आते हैं .कुछ लोग अपने जीवनकाल में एक से ज्यादा वसीयत भी लिख देते हैं. प्रोबेट की प्रक्रिया के जरिए अदालत वसीयत के असली होने की पुष्टि करती है. वसीयत के प्रोबेट से संबंधित प्रावधान भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम 1925 में दिया गया है. इस कानून के अनुसार किसी व्यक्ति की अंतिम वसीयत को ही वैध माना जाता है.

अब जानते हैं कि प्रोबेट की प्रक्रिया क्या है?

प्रोबेट बनवाने के लिए वसीयतकर्ता को अपनी जिला अदालत में आवेदन देना होता है, जिसके नाम वसीयत लिखी गई है या फिर वसीयत का एक्जीक्यूटर इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. प्रोबेट की प्रक्रिया के तहत दो समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित कराया जाता है ताकि ये पता चल जाए कि इस संपत्ति पर किसी और व्यक्ति का अधिकार तो नहीं है. अगर वसीयत के संबंध में कोई आपत्ति नहीं आती है तो कोर्ट वसीयत का प्रोबेट जारी कर देती है.

प्रोबेट के लिए कोर्ट फीस देनी होती है. इसका भुगतान प्रोबेट जारी के करने के ऑर्डर के बाद करना होता है. प्रोबेट की फीस विभिन्न राज्यों में अलग-अलग है. कुछ राज्यों में ये संपत्ति की कीमत के आधार पर तय होती है.

एक सवाल ये भी है क‍ि क्या वसीयत का प्रोबेट अनिवार्य है?

दरअसल जब प्रॉपर्टी पूरी तरह से वसीयत बनाने वाले की होती है तो ऐसे में प्रोबेट से वसीयत की पुष्टि हो जाती है और कानूनी उत्तराधिकारी आसानी से प्रॉपर्टी को अपने नाम ट्रांसफर करा सकता है. जब वसीयतकर्ता के पास अलग-अलग राज्यों में अचल संपत्ति होती है तो इसे ट्रांसफर कराने के लिए प्रोबेट करानी पड़ सकती है .भारतीय उत्तराधिकार एक्ट 1925 के अनुसार वसीयत की गई संपत्ति कोलकाता, चेन्नई और मुंबई की भौगोलिक सीमा में आती है तो वसीयत का प्रोबेट कराना अनिवार्य है. अगर वसीयत का कोई एक्जीक्यूटर नहीं है तो कोर्ट एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त कर देता है जो वसीयत के हिसाब से संपत्ति का बंटवारा करता है.

ऐसे में अनिल को सबसे पहले जिला अदालत में जाकर वसीयत को प्रोबेट कराना होगा, इस सर्टिफिकेट के आधार पर पिता की संपत्ति उनके नाम पर ट्रांसफर हो जाएगी.

Published - March 25, 2024, 10:09 IST

पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।    

  • PROBATE

Related

  • दिल्ली-एनसीआर की प्रॉपर्टी पर बरस रहे पैसे, जनवरी-जून में हुआ 63.33 करोड़ डॉलर का निवेश
  • रेपो रेट की स्थिरता से चमकेगा रियल एस्‍टेट सेक्‍टर, त्‍योहारों में प्रॉपटी की मांग बढ़ने की उम्‍मीद
  • सस्‍ते में घर खरीदने का मौका, DDA बेचेगा 40,000 फ्लैट, ऐसे कर सकेंगे बुक
  • देश में बदला रियल एस्टेट का ट्रेंड, बिना बिके घरों की संख्या में बड़ी गिरावट
  • घर की कीमतों में आया उछाल, दिल्‍ली-एनसीआर में इतने बढ़े दाम
  • पिछले साल लग्जरी घरों की डिमांड ने तोड़े रिकॉर्ड, सस्ते घरों की बिक्री घटी

Latest

  • 1. फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम
  • 2. पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 3. 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • 4. Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • 5. Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • Trending Stories

  • फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम!
  • पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • TV9 Sites

  • TV9 Hindi
  • TV9 Marathi
  • TV9 Gujarati
  • TV9 Kannada
  • TV9 Bangla
  • TV9 English
  • News9 Live
  • Trends9
  • Tv9tamilnews
  • Assamtv9
  • Malayalamtv9
  • Money9 Sites

  • Money9 Hindi
  • Money9 English
  • Money9 Marathi
  • Money9 Telugu
  • Money9 Gujarati
  • Money9 Kannada
  • Money9 Bangla
  • Money9live
  • Topics

  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • शेयर
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • क्रिप्टो
  • एक्सक्लूसिव
  • survey data
  • Download App

  • play_store
  • App_store
  • Contact Us
  • About Us
  • Advertise With Us
  • Privacy & Cookies Notice
  • Complaint Redressal
  • Copyright © 2025 Money9. All rights reserved.
  • Facebook
  • Twitter
  • Whatsapp
  • LinkedIn
  • Telegram
close