कोविड के बाद से रियल एस्टेट क्षेत्र में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. यही वजह है कि दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों के अलावा कुछ दूसरे शहर भी इसमें उभरकर आ रहे हैं. इस क्षेत्र में वृद्धि के लिहाज से लखनऊ, कोच्चि, जयपुर और भुवनेश्वर देश के 10 उभरते बाजारों में शामिल हो गए हैं. इस बात की पुष्टि रियल एस्टेट निकाय क्रेडाई और सलाहकार फर्म कुशमैन एंड वेकफील्ड की ओर से जारी एक रिपोर्ट में हुई.
रिर्पोर्ट में भारत के 10 उभरते बाजारों का ब्योरा दिया गया है. इस सूची में लखनऊ, कोच्चि, जयपुर एवं भुवनेश्वर के अलावा कोयंबटूर, इंदौर, नागपुर, सूरत, तिरुवनंतपुरम और विशाखापट्टनम को भी जगह दी गई है. कुशमैन एंड वेकफील्ड के भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया प्रमुख अंशुल जैन का कहना है कि दूसरी श्रेणी के शहर अब आवासीय, खुदरा रसद और कुछ हद तक कार्यालयों के कारण तेजी से विकसित हो रहे हैं.
यह रिपोर्ट 17 शहरों की जनसंख्या, जीवन सुगमता सूचकांक, बुनियादी ढांचे और कौशल व सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि जैसे विभिन्न मापदंडों के मूल्यांकन के आधार पर तैयार की गई है. हालांकि अभी भी दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद देश के अग्रणी रियल एस्टेट बाजार बने हुए हैं.