भारत के सभी मेट्रो शहरों में रियल एस्टेट की कीमतें पिछले साल के अक्टूबर-दिसंबर क्वॉर्टर में नीचे आई हैं. इन मेट्रो शहरों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे और अहमदाबाद शामिल हैं. हालांकि, हैदराबाद ऐसा इकलौता मेट्रो शहर है जहां पर प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी आई है. यहां पर पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के दौरान रियल्टी की कीमतें 0.2 फीसदी ऊपर चढ़ी हैं. ग्लोबल रियल एस्टेट कंसल्टेंट नाइक फ्रैंक के सर्वे में इसका जिक्र किया गया है. इस सर्वे में दुनियाभर के 150 शहरों को कवर किया गया था. दुनियाभर में रियल्टी की कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी तुर्की की राजधानी अंकारा में देखी गई है जहां कीमतों में 30.2 फीसदी का इजाफा हुआ है. दूसरी ओर, सबसे ज्यादा गिरावट चेन्नई में देखी गई है जहां कीमतें 9 फीसदी नीचे आई हैं. भारतीय शहरों की बात करें तो बेंगलुरु में कीमतें 0.8 फीसदी नीचे आई हैं, अहमदाबाद में 3.1 फीसदी, मुंबई में 3.2 फीसदी, दिल्ली में 3.9 फीसदी, कोलकाता में 4.3 फीसदी और पुणे में ये गिरावट 5.3 फीसदी रही है. ये तुलना इससे पिछले साल की इसी अवधि के आधार पर की गई है.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि मुंबई में तीनों तिमाहियों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट आई है. जबकि दिल्ली में पहली तिमाही में कीमतों में तेजी आई, लेकिन तीसरी तिमाही में कीमतें गिर गईं. बेंगलुरु में पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में कीमतें ऊपर चढ़ीं, लेकिन चौथी तिमाही में कीमतें नीचे आई हैं. दूसरी ओर, पुणे और चेन्नई में चारों तिमाहियों में कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. कोलकाता और अहमदाबाद में कीमतें पहली तिमाही में तो ऊपर चढ़ीं, लेकिन बाकी के तीनों क्वॉर्टर्स में कीमतों में गिरावट आई है. हैदराबाद में 2020 की चारों तिमाहियों में कीमतों में उछाल दर्ज किया गया है. सर्वे में कहा गया है कि कोविड के बावजूद दुनियाभर के 150 शहरों में कीमतें 2020 में 5.6 फीसदी के औसत से ऊपर चढ़ी हैं. 2019 में यह ग्रोथ 3.2 फीसदी थी. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि 81 फीसदी शहरों में चौथी तिमाही में कीमतों में तेजी आई है, जबकि 20 फीसदी शहरों में दहाई के अंक में ग्रोथ दर्ज की गई है. नाइट फ्रैंक इंडिया के सीएमडी शिशिर बैजल ने कहा है कि हैदराबाद के रेजिडेंशियल मार्केट में कीमतों में तेजी की मुख्य वजह यह है कि आईटी और आईटीईएस कंपनियों के प्रोफेशनल इस शहर को पसंदीदा ठिकाने के तौर पर चुन रहे हैं. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर जनवरी से मार्च तिमाही में रिकवरी दिखा सकता है.
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