इनदिनों हाउसिंग सेक्टर में काफी तेजी है. यही वजह है त्योहारी सीजन में घरों की अच्छी बिक्री देखने को मिली. ये बढ़त आगे भी जारी रहने वाली है. जानकारों के मुताबिक इस साल की दूसरी छमाही में 150,000 से ज्यादा घरों की बिक्री होने की उम्मीद है. इनमें लक्जरी हाउसिंग सेगमेंट, जिसमें 4 करोड़ और उससे अधिक कीमत वाली इकाइयां भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि घरों की बिक्री पांच साल का रिकाॅर्ड तोड़ सकती है. डेटा के अनुसार लग्जरी सेग्मेंट में जनवरी और सितंबर के बीच लगभग 9,200 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई, जो कि एक साल पहले की अवधि में 4,700 थी. इसमें करीब 97% की वृद्धि देखने को मिली.
अंशुमन मैगज़ीन के दक्षिण पूर्व एशिया के अध्यक्ष और सीईओ ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में पहली बार खरीदारों की एक बड़ी संख्या को आकर्षित कर सकते हैं. खरीदारों के त्योहारी सीज़न के दौरान घर लेने के निर्णय में तेजी आ सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे महंगाई के दबाव के बीच मीडियम और प्रीमियम श्रेणियों में घरों की मांग बढ़ रही है.
इन शहरों में घरों की मांग ज्यादा
दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद में सबसे ज्यादा घरों की डिमांड है. यहां बिक्री का औसत शीर्ष सात शहरों में कुल लक्जरी आवास बिक्री का लगभग 90% है. बिक्री में दिल्ली-एनसीआर लगभग 37% हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद मुंबई, हैदराबाद और पुणे हैं, जिनकी हिस्सेदारी क्रमशः लगभग 35%, 18% और 4% है. डीएलएफ के संयुक्त एमडी और मुख्य व्यवसाय अधिकारी आकाश ओहरी का कहना है कि इस अवधि के दौरान लग्जरी और हाई डिमांड प्रॉपर्टी की मांग बढ़ी है. कोविड के बाद ये चलन ज्यादा बढ़ा है.
एनआरआई भी दिखा रहे हैं दिलचस्पी
डीएलएफ के एमडी का कहना है कि तेजी से शहरीकरण, बेहतर सामर्थ्य और स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं के साथ-साथ एनआरआई ग्राहकों की दिलचस्पी की वजह से घरों की बिक्री बढ़ी है. एचएनआई और एनआरआई के लिए प्रीमियम और लक्जरी सेगमेंट एक पसंदीदा निवेश विकल्प के रूप में उभरने की उम्मीद है.