दक्षिण भारत में रियल स्टेट मार्केट में दिसंबर तिमाही के दौरान सुधार के संकेत दिखाई दिए हैं. ये सुधार नए लॉन्च और बिक्री दोनों में दिखाई दिए हैं.
PropTiger के अनुसार, दिसंबर तिमाही के दौरान पूरे देश में हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई की कुल लॉन्च में 43% हिस्सेदारी है.
2020 की चौथी तिमाही में नए लॉन्च के आंकड़े
बेंगलुरु 6,104 चेन्नई 4,887 हैदराबाद 12,723
2020 की चौथी तिमाही में घरों की बिक्री
बेंगलुरु 7,660 चेन्नई 3,180 हैदराबाद 6,487
सोर्स- PropTiger
“अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट में बेंगलुरू, हैदराबाद और चेन्नई जैसे शहर बाजार में लीड कर रहे हैं”. हैदराबाद मंदी से जूझ रहे ज्यादातर रियल स्टेट मार्केट के उलट अच्छी ग्रोथ कर रहा है. हैदराबाद के रियल स्टेट मार्केट को, नए बन रहे वर्ल्ड क्लास प्रोजेक्ट्स और क्वालिटी लाइफ से फायदा मिल रहा है. ऐसा PropTiger के ग्रुप सीओओ मणि रंगराजन ने किया.
बेंगलुरु में अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट (45 लाख तक की यूनिट) की लॉन्च व बिक्री की हिस्सेदारी क्रमश: 27% और 25% है. चेन्नई की लॉन्च और बिक्री की हिस्सेदारी क्रमश: 38% और 37% है. हैदराबाद में बिक्री और लॉन्च की हिस्सेदारी क्रमश: 35% और 17% है.
ऑफिस के लिए मांग और आपूर्ति के मामले में हैदराबाद वेस्ट की हिस्सेदारी सबसे अधिक है. दूसरी तरफ चेन्नई के पश्चिमी इलाके में मौजूद मोगप्पैर और पेरूमबक्कम के साथ शोलिंगानल्लूर में उभरते OMR की खासी मांग है. बेंगलुरु में वर्थुर, व्हाइटफील्ड, बेगुर, बुडिगेरे और कृष्णराजापुरम जैसे इलाकों में मांग हुआ करती थी. लेकिन नई सप्लाई और मांग उत्तरी बेंगलुरु के इलाके जैसे बुडिगेरे क्रॉस, कोगिलु और येलहनका में है.
हैदराबाद ऐसा क्षेत्र है जहां राष्ट्रीय स्तर पर सबसे कम इनवेंट्री मौजूद हैं. 31 दिसंबर 2020 तक चेन्नई के पास सबसे ज्यादा कम बिका स्टॉक था. Proptiger के मुताबिक हैदराबाद में बीते 29 महीनों में सबसे कम इनवेंट्री मौजूद हैं.
इनवेंट्री की अधिकता डेवलपर्स के लिए वो अनुमानित वक्त होता है, जिसमें वो वर्तमान बिक्री को ध्यान में रखते हुए पहले से मौजूद स्टॉक की बिक्री करता है.
बिना बिका स्टॉक: शहर के हिसाब से संख्या
31 दिसंबर 2020 तक शहरों में बिना बिका स्टॉक
बेंगलुरु- 71,198 36 चेन्नई- 36,609 42 हैदराबाद- 39,308 29
2019 के बाद से सभी शहरों में बिना बिकी हुई इनवेंट्री में इजाफा हुआ है. दिसंबर 2019 के अंत में, इन्वेंट्री की अधिकता बेंगलुरु में 25 महीने, चेन्नई में 26 महीने और हैदराबाद में 13 महीने थी.
बिक्री में कमी आने के बाद भी हैदराबाद में हुआ दामों में इजाफा
Proptiger के मुताबिक पूरे देश में आई जबरदस्ती मंदी के बाद भी हैदराबाद में इसके उलट दामों में इजाफा दर्ज हुआ. चौथी तिमाही में इस फार्मास्युटिकल हब में नए प्रोजेक्ट की लॉन्च की औसत दर में 5% का इजाफा देखने को मिला.
दक्षिणी शहरों में औसत कीमत
31 दिसंबर 2020 तक शहरी औसत कीमत में सालाना बदलाव
हैदराबाद- 5,602 रुपए 5% बेंगलुरु- 5,342 रुपए 2% चेन्नई- 5228 रुपए 2%
सोर्स: PropTiger
2021 में कैसा होगा हाल?
नाइट फ्रैंक इंडिया के डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा कि “कोरोना महामारी और उससे जुड़े खतरों के मद्देनजर 2020 काफी चुनौतीपूर्ण साल था. यहां तक कि दक्षिण भारत के शहरों में भी, जहां बीते एक दशक से काफी बेहतर हालात थे. बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में क्रमश 51%, 49% और 38% बिक्री घटी.”
राठी आगे कहते हैं कि साल में बड़ा बदलाव तब आया, जब आखिरी छह महीने में हालात सुधरे, अफोर्डेबल कीमत वाले घरों की मांग में इजाफा हुआ. होम लोन रेट में भी दशक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई और आर्थिक गतिविधियों में सुधार से बिक्री में तेजी से सुधार हुआ. इस सुधार की साल 2021 तक चालू रहने की संभावना है.
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