Property Rates: पहले फ्लैट खरीदते वक्त लोग इसलिए अंडर-कंस्ट्रक्शन घर खरीदते थे क्योंकि इसकी कीमतें बने बनाए यानी रेडी-टू-मूव घरों की तुलना में सस्ते होते हैं. लेकिन अब आप चाहे बने बनाए घर लें या ऐसे प्रोजेक्ट में घर खरीदें जिसका कंस्ट्रक्शन जारी है, आपको एक बमुश्किल 3-5 फीसदी का फर्क मिलेगा. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है. एनारॉक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है साल 2021 की पहली तिमाही में रेडी-टू-मूव (Ready-to-move) घरों और अंडर कंस्ट्रक्शन (Under Construction) घरों की कीमतों में फर्क सिर्फ 3 से 5 फीसदी का रह गया है जो अब तक का सबसे कम गैप है.
रिपोर्ट के मुताबिक जहां साल 2017 में टॉप 7 शहरों में जहां इन दोनों की कीमतों में फर्क 9-12 फीसदी का था वहीं अब ये घटता जा रहा है. दिल्ली-NCR और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में बने बनाए घरों और कंस्ट्रक्शन वाले घरों की कीमतों में फर्क सिर्फ 3 फीसदी रह गया है वहीं पुणे, हैदराबाद, चेन्नई में ये 5 फीसदी है.
एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स (ANAROCK Property Consultants) के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है, “पहले अंडर कंस्ट्रक्शन घर खरीदने वालों को इस इंतजार और रिस्क के फलस्वरूप कम कीमतों पर घर मिल जाता था. लेकिन कंस्ट्रक्शन में देरी और अटके प्रोजेक्ट्स की वजह से रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी के लिए डिमांड ज्यादा थी. रेडी टू मूव घरों पर GST ना लगने का फायदा भी एक वजह रहा है कि ये ज्यादा आकर्षित करते हैं.”
2021 में जनवरी से मार्च तिमाही में दिल्ली-NCR में अंडर कंस्ट्रक्शन घरों के लिए 4,500 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट भाव रहा तो वहीं बने बनाए घरों में ये 4,650 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट. मुंबई में अंडर कंस्ट्रक्शन घर 10,350 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट था जबकि रेडी टू मूव घर 10,700 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट.
रिपोर्ट के मुताबिक 2017 से मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन और बंगलुरू में कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है. एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ती इन्वेंट्री और सुस्त डिमांड से रेडी टू मूव घरों की कीमतों में बढ़त नहीं हुई.
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