चालू कैलेंडर साल की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घरों की कीमतों में सालाना आधार पर औसतन 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यानी पिछले साल दिसंबर के दौरान दिल्ली NCR में जो घर 50 लाख का मिल रहा था, उसके लिए जून में 57 लाख रुपए चुकाने पड़े. इस दौरान मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में दाम तीन प्रतिशत घटे हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। क्रेडाई, कोलियर्स इंडिया और लियासेस फोरास की एक संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत मांग के कारण दूसरी तिमाही में आठ प्रमुख शहरों में घरों की कीमतों में सालाना आधार पर सात प्रतिशत की वृद्धि हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में घरों के दाम सालाना आधार पर सबसे अधिक 15 प्रतिशत बढ़े। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर में 14 प्रतिशत और हैदराबाद में कीमतों में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट कहती है कि आठ शहरों में से केवल एमएमआर में अप्रैल-जून तिमाही में कीमतों में तीन प्रतिशत की गिरावट आई। वहां कीमत प्रति वर्ग फुट 19,111 रुपये पर आ गई।
लियासेस फोरास के प्रबंध निदेशक पंकज कपूर ने कहा कि आवास बाजार में पिछले वर्ष बड़ी संख्या में नई परियोजनाएं लागू की गईं। यह गति निरंतर बनी हुई है। बढ़ती आपूर्ति ने मूल्य वृद्धि को मध्यम बनाए रखा है। क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि देशभर में बिक्री की गति मकान खरीदारों की सकारात्मक भावनाओं को दर्शाती है।
कोलियर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक पीयूष जैन ने कहा कि पिछली 10 तिमाहियों में देशभर में आवास कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का रुझान रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, आवास कीमतें अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर पुणे में 11 प्रतिशत, अहमदाबाद में 10 प्रतिशत, बेंगलुरु में भी 10 प्रतिशत और चेन्नई में छह प्रतिशत बढ़ीं।