जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड (JIL) नोएडा स्थित प्रोजेक्ट में काम शुरू होने से करीब 20 हजार घर खरीदारों को जल्द राहत मिल सकती है. 13 साल से अधूरा उनका घर का सपना पूरा हो सकता है. दरअसल जेपी इंफ्रा ने ईस्ट साइड ‘घोस्ट टाउन’ में कम से कम 59 अधूरे टावरों का काम शुरू करा दिया है, जल्द ही फ्लैटों का हैंडओवर दिया जाएगा.
इस साल मार्च में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड को खरीदने और नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फैली विभिन्न रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए मुंबई के सुरक्षा समूह की बोली को मंजूरी दी थी. यह समूह कर्ज में डूबी जेपी समूह की कंपनी में 250 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, साथ ही अगले चार वर्षों में फ्लैटों को पूरा करने के लिए 3,000 करोड़ रुपए का कर्ज भी दे रही है.
एनसीएलटी के फैसले के बाद सुरक्षा समूह को कानूनी आधार पर YEIDA को कोई पैसा देने की जरूरत नहीं है. हालांकि समूह किसानों को लगभग 1,689 करोड़ रुपए का मुआवजा देने को तैयार हैं. इसके अलावा उसे अटके हुए फ्लैटों को जल्द से जल्द हैंडओवर करना होगा. बता दें YEIDA जेपी इंफ्राटेक या टेकओवर कंपनी सुरक्षा समूह से 64.7 फीसदी बढ़े हुए मुआवजे के रूप में 1,689 करोड़ रुपए और अतिरिक्त भूमि मुआवजे के रूप में 6,111 करोड़ रुपए की वसूली करना चाहता है. किसानों के हितों की रक्षा का हवाला देते हुए YEIDA ने NCLT के आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें दोनों हितधारकों को मुद्दे को सुलझाने का निर्देश दिया गया था.