मोहित ने आगरा में घर बनाने के लिए एक प्लाट खरीदा. प्राधिकरण क्षेत्र में होने की वजह से इसमें प्रॉपर्टी में धोखाधड़ी की गुंजाइश तो कम ही थी लेकिन उन्हें घर बनाने के लिए होमलोन नहीं मिल रहा. बैंक वाले बारह साला प्रमाण पत्र मांग रहे हैं जो उन्हें विक्रेता ने दिया ही नहीं था. मोहित की समझ में ही नहीं आ रहा है कि जब रजिस्ट्री उनके नाम है तो फिर कैसी शंका? आखिर क्या है ये ‘बारह साला’ जिसके न होने की वजह से मोहित को बैंक लोन नहीं दे रहा? चलिए समझते हैं.
बारह साला एक तरह का प्रमाण पत्र है जिसे हिन्दी में भार मुक्त प्रमाण पत्र भी कहते हैं. पॉपर्टी के मामले में इसे एक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है इसके जरिए आप प्रॉपर्टी का पुराना रिकार्ड जान सकते हैं. यानि कौन सी प्रापर्टी कितनी बार बिकी, कब और किसने खरीदी? इसका पूरा ब्योरा होता है. हिंदी में इसे भार मुक्त प्रमाण पत्र इसलिए कहते हैं, क्योंकि यह दस्तावेज प्रमाणित करता है कि प्रॉपर्टी किसी के पास बंधक नहीं है, अगर किसी बारह साला में यह सब जानकारी नहीं है तो प्रमाण पत्र अधूरा है.
क्यों है जरूरी?
बैंकिंग की भाषा में बारह साला प्रमाण पत्र को प्रापर्टी चेन कहते हैं. इसके अभाव में बैंक होमलोन स्वीकृत नहीं करते. अगर बिना होमलोन के घर बना भी रहे हैं तो प्राधिकरण से नक्शा पास नहीं होगा. इस दौरान आपको कई और समस्याओं से रूबरू होना पड़ता है. अगर आपके पास प्रापर्टी चेन है तो आप अपनी प्रापर्टी से जुड़े काम आसानी से निपटा सकते हैं. पुश्तैनी या पूरानी प्रापर्टी के मामले में कई बार पिछले 12 साल के रिकार्ड को ही स्वीकृत मान लिया जाता है.
प्रापर्टी मामलों के जानकार सतीश उपाध्याय कहते हैं कि किसी प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त कब और कितनी बार हो चुकी है. प्रॉपर्टी को कब और किसने बेचा, इसकी जांच करने के लिए ही बारहसाला निकलवाते हैं. इसके अभाव में प्रापर्टी खरीदने वाले लोग धोखधड़ी के शिकार भी हो सकते हैं. अपनी जीवनभर की कमाई को डूबने से बचाने के लिए बारह साला जरूरी है.
लोन देने से पहले बैंक इस दस्तावेज को इसलिए मांगते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो जाए कि संबंधित प्रापर्टी किसी के पास गिरवी नहीं है और उस पर कोई लोन नहीं है. किसान क्रेडिट कार्ड बनाते समय भी बैंक इस दस्तावेज की मांग करते हैं, क्रेडिट कार्ड के जरिए जब किसान कर्ज लेगा तो वह अपने खेत को बैंक में बंधक रखेगा और कर्ज की राशि उसकी खतौनी में दर्ज हो जाएगी. बारह साला में किसान के कर्ज का पूरा ब्यौरा दर्ज हो जाएगा.
कैसे बनता है?
प्रॉपर्टी के लिए इतना जरूरी दस्तावेज है तो फिर मिलेगा कैसे. चलिए ये भी बताते हैं. आप अपनी तहसील से बारहसाला प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं. वकील की मदद लेंगे तो यह काम जल्दी हो सकता है. लेकिन खुद भी बनवा सकते हैं. खुद बनवाने के लिए आपको रजिस्ट्री यानी निबंधक कार्यालय से फॉर्म लेकर जमा कराना होगा. इसके लिए कुछ शुल्क भी देना होगा. शुल्क की दर अलग अलग राज्यों में अलग अलग है. कानूनी भाषा में इस प्रक्रिया को सर्च रिपोर्ट कहते हैं और कुछ राज्यों में यह ऑनलाइन भी मिलती है
ऑनलाइन प्रक्रिया
अगर आपके राज्य में यह बारह साला ऑनलाइन दिए जाने की व्यवस्था है तो उसके लिए आपको निबंधक कार्यालय की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा और आवेदन करते समय जिला व तहसील की जानकारी के साथ जमीन खाता संख्या का ब्योरा देना होगा. आमतौर हफ्तेभर में यह रिपोर्ट मिल जानी चाहिए. और रिपोर्ट कलेक्ट करने के लिए आपको तहसील जाना पड़ेगा. अगर निर्धारित अविध में यह पत्र नहीं मिलता है तो फिर आपको निबंधक कार्यालय में जाकर ही पता करना होगा.
मनी9 की सलाह
घर या प्लाट खरीदने में जीवन भर की जमापूंजी लग जाती है. इस रकम को डूबने से बचाने के लिए यह पता कर लेना जरूरी है कि यह प्रापर्टी विवादित अथवा बंधक तो नहीं है. यह सुनिश्चित होने के बाद ही डील पक्की करें.
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