देश के 7 बड़े शहरों में घरों की बिक्री में इजाफा देखा गया है. जनवरी से मार्च के दौरान देश के 7 शहरों में घरों की बिक्री में 14 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लगातार बढ़ती मांग की वजह से इन शहरों में घरों की औसत कीमतों में 10 से 32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. रियल एस्टेट कंसलटेंट कंपनी एनारॉक (Anarock) की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR), पुणे, बेंगलुरु और हैदराबाद में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की बिक्री बढ़ी, लेकिन दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई और कोलकाता में गिरावट दर्ज की गई है.
क्यों बढ़ी डिमांड
एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक देश के टॉप 7 शहरों में 1,30,170 यूनिट घर बेचे गए हैं. यह घर इस साल जनवरी से मार्च के दौरान बेचे गए हैं. एक साल पहले समान अवधि के दौरान रेसिडेंशियल बिक्री 1,13,775 इकाई थी. 1.5 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले महंगे घरों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि के बीच इस तिमाही में पिछले दशक में अब तक की सबसे अधिक बिक्री दर्ज की गई है. खरीदारों व निवेशकों दोनों की ओर से मजबूत मांग के कारण बिक्री बढ़ी है.
मुंबई में घरों की बिक्री
जनवरी-मार्च के दौरान मुंबई में घरों की बिक्री 24 फीसदी बढ़कर 42,920 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 34,690 इकाई थी. वही, पुणे में घरों की बिक्री 19,920 इकाइयों से 15 फीसद बढ़कर 22,990 इकाई हो गई.
हैदराबाद में घरों की बिक्री 38 फीसद बढ़कर 14,280 इकाइयों से 19,660 इकाई हो गई. बेंगलुरु में आवास की बिक्री 15,660 इकाइयों से 14 फीसद बढ़कर 17,790 इकाई हो गई.
इन शहरों में घटी मांग
हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में आवास बिक्री में 9 फीसद की गिरावट देखी गई और यह 17,160 इकाइयों से 15,650 इकाइयों पर आ गई. कोलकाता में भी घरों की बिक्री 6,185 इकाइयों से 9 फीसद गिरकर 5,650 इकाई होने का अनुमान है. चेन्नई में इस साल जनवरी-मार्च अवधि के दौरान आवासीय संपत्तियों की बिक्री 6 फीसद घटकर 5,510 इकाई रह गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 5,880 इकाई थी.