India Real Estate Q3 2023: देश में भले ही महंगाई चरम सीमा पर है लेकिन कोरोना काल के बाद घरों की बिक्री लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है. महामारी के बाद रियल स्टेट सेक्टर ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है. इसी क्रम में भारत में पहली बार महंगे घरों की बिक्री ने सस्ते घरों की बिक्री को पीछे कर दिया है. नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई से सितंबर तिमाही के बीच पहली बार एक करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत वाले महंगे घरों की बिक्री (Demand of Luxury Homes) 50 लाख रुपए से कम कीमत वाले घरों से ज्यादा हो गई.
इस रिपोर्ट के अनुसार, देश के आठ प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर की तिमाही में घरों की बिक्री सालाना आधार पर 12 फीसद बढ़कर 82,612 पर पहुंच गई. पिछले छह साल में यह बिक्री किसी भी तिमाही बिक्री का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. एक साल पहले इसी अवधि में यह बिक्री 73,691 इकाई रही थी. आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान मुंबई में घरों की बिक्री चार फीसद की बढ़त के साथ 22,308 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 21,450 इकाई थी.
दिल्ली-एनसीआर में आवास बिक्री 11,014 इकाई से 27 फीसद बढ़कर 13,981, बेंगलुरु में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 13,013 इकाइयों से बढ़कर 13,169 इकाई और पुणे में घरों की बिक्री 20 फीसद बढ़कर 10,899 इकाइयों से 13,079 इकाई हो गई. इसके अलावा, हैदराबाद में पांच फीसद की बढ़ोतरी के साथ यह 7,900 इकाइयों से 8,325 इकाई और अहमदाबाद में यह छह फीसद बढ़कर 3,887 इकाइयों से 4,108 इकाई हो गई. वहीं चेन्नई में बिक्री पांच फीसद बढ़कर 3,685 इकाइयों से 3,870 इकाइयों पर और कोलकाता में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी के साथ यह 1,843 इकाइयों से 3,772 इकाइयों पर पहुंच गई.
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट में बताया गया है कि मांग के अनुरूप देशभर में सालाना आधार पर घरों के दाम बढ़े हैं. आवासीय संपत्तियों की कीमतें कोलकाता में सात फीसद, बेंगलुरु और मुंबई में छह-छह फीसद, पुणे में पांच फीसद, अहमदाबाद और दिल्ली-एनसीआर में चार-चार फीसद और चेन्नई में तीन फीसद बढ़ी. इससे रियल स्टेट का बाजार मजबूत हो रहा है.