अपना घर बनाने का सपना देख रहे लोगों को बाजार झटका देने की तैयारी में है क्योंकि सीमेंट के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है. लगातार 4 महीने दाम घटने के बाद सीमेंट की बढ़ी हुई मांग ने कंपनियों को इतनी ताकत दे दी है कि वे कीमतों में बढ़ोतरी कर सकें. अब बारिश के महीने बीत चुके हैं और एक बार फिर से निर्माण कार्य जोर पकड़ने लगे हैं.
सीमेंट के दाम में होगा इजाफा?
इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टर्स से सीमेंट की मजबूत मांग आ रही है. इससे संयंत्रों के स्तर पर यूटिलाइजेशन सुधर रहा है. इसके अलावा, करेंसी में उथल-पुथल समेत लागत भी बढ़ी हुई है और मांग बढ़ने के साथ इस बढ़ी हुई लागत ने भी सीमेंट कंपनियों पर दाम बढ़ाने का दबाव बढ़ा दिया है. IIFL सिक्योरिटीज का मानना है कि सीमेंट कंपनियां दिसंबर तक अलग-अलग चरणों में सीमेंट के दाम करीब 6 से 8 फीसदी तक बढ़ा सकती हैं.
हाल ही में अल्ट्राटेक, डालमिया भारत और जेके सीमेंट जैसी सीमेंट कंपनियों की एनालिस्ट मीट हुई. इसमें कंपनियों ने इस बात की ओर इशारा किया कि सितंबर तिमाही में उनकी कमाई पर असर पड़ा. हालांकि, इसके साथ ही तीनों कंपनियों ने दिसंबर तिमाही से हालात में सुधार आने की उम्मीद जाहिर की.
सीमेंट की मांग जल्द बढ़ने की आशंका
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि सितंबर तिमाही में सीमेंट की औसत कीमतें 5.5 फीसदी नीचे रहीं, लेकिन अब इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार खर्च बढ़ा रही है, जिस वजह से सीमेंट सेक्टर को मदद मिलने की उम्मीद है. रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का भी मानना है कि आने वाले महीनों में इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन सेक्टर से सीमेंट को लेकर मांग निकलेगी.
लेकिन यह बढ़ी हुई मांग सीमेंट कंपनियों को दाम बढ़ाने का मौका दे रही है. और अगर ऐसा हुआ तो घर बनाने की लागत तो बढ़ेगी ही, साथ में बिल्डर भी घरों की कीमतों को बढ़ा सकते हैं. यानी बोझ़ ग्राहक की जेब पर ही पड़ेगा.