Circle Rate: दिल्ली में घर खरीदने (Delhi Property) की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. दिल्ली सरकार ने अगले 6 महीने के लिए सर्किल रेट (Circle Rate) में 20 फीसदी की कटौती की है. ये कटौती रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टी सभी पर लागू होगी. 30 सितंबर तक आप अगर घर खरीदते हैं तो आपका घर 20 फीसदी सस्ता पड़ेगा.
दिल्ली मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली काउंसिल के मंत्रियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला किया. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बाद से इकोनॉमी को बूस्ट करने में इस कदम से मदद मिलेगी. उन्होंने ये भी कहा कि आम लोगों की फाइनेंशियल दिक्कतें कम करना सरकार का कर्तव्य है.
मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर इसे घर खरीदने वालों के लिए बड़ी राहत बताई. साथ ही रियल एस्टेट को बढ़ावा देने की ओर भी कदम बताया.
A big decision by Hon CM @ArvindKejriwal. Circle Rates of Residential/Commercial/Industrial Properties in Delhi reduced by 20% across all categories for next 6 months. This would be a big relief for people willing to buy property and a big boost up for Real estate sector.
— Manish Sisodia (@msisodia) February 5, 2021
इंडस्ट्री ने किया फैसले का स्वागत
दिल्ली सरकार के इस फैसले का इंडस्ट्री ने स्वागत किया है. CBRE के इंडिया CEO & चेयरमैन अंशुमन मैगजीन का कहना है कि सर्कल रेट घटने से रियल एस्टेट मार्केट में तेजी आएगी. उनके मुताबिक उन इलाकों में राहत मिलेगी जहां सर्कल रेट मार्केट वैल्यू से ज्यादा ऊंचे थे. इस कदम से इंडस्ट्री को बूस्ट मिलेगा और ज्यादा निवेश आएगा.
Housing.com, Makaan.com और Proptiger.com के ग्रुप COO मणि रंगराजन के मुताबिक, “सर्कल रेट में कटौती से जमीन और प्रॉपर्टी के दाम तो कम होंगे ही पर साथ ही NCR में भी रियल्टी के दाम घटाने का दबाव बनेगा. इससे मार्केट में नए खरीदार आएंगे. कीमतें घटने से दिल्ली में प्रॉपर्टी खरीदने वालों की औसत उम्र में भी कमी आएगी क्योंकि युवा भी प्रॉपर्टी खरीद पाएंगे.”
प्रॉपर्टी एग्रिगेटर्स के साथ ही डेवलपर्स और बिल्डर कम्यूनिटी ने भी दिल्ली सरकार के कदम का स्वागत किया है. रहेजा डेवलेपर्स के COO अचल रैना के मुताबक ये फैसला बिल्कुल सही समय पर आया है जब इंडस्ट्री महामारी के असर से रिकवर कर रही है. सर्कल रेट में कटौती से घर खरीदना किफायती होगा और इससे ट्रांजैक्शन बढ़ेंगे. दिल्ली सरकार के इस कदम से अन्य राज्य भी भविष्य में ऐसे कदम उठा सकते हैं.
TDI Infratech के MD अक्षय तनेजा ने भी फैसलों की सराहना की है. उनके मुताबिक,”सर्कल रेट घटने से रियल एस्टेट के रिवाइवल में मदद मिलेगी. लागत बढ़ने से सेक्टर में पहले से काफी दिक्कतें हैं और ऐसे समय में कम सर्कल रेट रेजिडेंशियल सेक्टर के लिए मददगार रहेगा. सेकेंड्री मार्केट में रजिस्ट्री बढ़ेगी क्योंकि स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज घटेंगे.”
सर्किल रेट कैसे तय होता है?
हर इलाके और हर प्रॉपर्टी के लिए सर्किल रेट (Circle Rate) अलग होता है. कमर्शियल प्रॉपर्टी का सर्किल रेट अक्सर रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी से ज्यादा होता है. एक ही इलाके के फ्लैट, प्लॉट या इंडिपेंडेट घर के लिए सर्किल रेट (Circle Rate) अलग होगा यानि प्रॉपर्टी किस तरह की है इस लिहाज से भी सर्किल रेट तय किया जाता है. वहीं प्रॉपर्टी कितनी पुरानी है उसका हिसाब भी जोड़ा जाता है.
अगर आप घर खरीदने का मन बना रहे हैं तो दिल्ली सरकार के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम से सर्किल रेट (Circle Rate) की जानकारी पा सकते हैं.
क्या होता है सर्किल रेट?
सर्किल रेट (Circle Rate) वो न्यूनतम रेट है जो सरकार ने प्रॉपर्टी की खरीदारी या बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन पर तय किया है. इसके ऊपर स्टांप ड्यूटी भी लगती है.
दिल्ली में 8 कैटेगरी में प्रॉपर्टी बांटी गई है. सबसे महंगे और एरिया कैटेगरी A में शामिल हैं जबकि सबसे कम वैल्यू वाले इलाके कैटेगरी H में आते हैं.
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