होली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है और यह वित्त वर्ष का आखिरी त्योहार होता है. इस त्योहार की पौराणिक पृष्ठभूमि ये है कि भक्त प्रह्लाद ने बुराई की प्रतीक होलिका को पराजित कर दिया था. यह त्योहार असत्य पर सत्य की जीत को दिखाता है. होली की खासियत ये है कि यह त्योहार रंगों के साथ मनाया जाता जाता है. यहां तक कि होली के दिन दुश्मन भी एक-दूसरे के गले मिलते हैं और रंग लगाते हैं. इसी तर्ज पर यह सोचिए कि बिना ज्यादा फिक्र किए हुए रंगीन, उल्लास से भरपूर और तनावरहित तरीके से कैसे पूंजी बनाई जा सकती है. इस होली पर हम आपको ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनसे आप हंसते मुस्कराते हुए अलग-अलग रंगों से भरपूर संपत्ति का निर्माण कर सकते हैं और इसमें से खराब चीजों को बाहर निकाल सकते हैं.
संपत्ति का निर्माण एक लंबी प्रक्रिया है. ऐसे में कई दफा यह प्रक्रिया उबाऊ हो जाती है. हालांकि, इसमें कोई भी रंग भर देना मददगार साबित नहीं होता, ऐसे में आपको नीचे दिए कदमों को उठाना चाहिए. इनसे आपकी जिंदगी और पोर्टफोलियो दोनों में वाकई में समृद्धि आ सकती है.
निवेश करें, मगर सावधानी से आप होली खेल सकते हैं, लेकिन ये सावधानी, सम्मान और उत्साह के साथ खेली जानी चाहिए. इंटरनेट, टीवी विज्ञापन, मार्केटिंग एजेंसियां और दूसरे बहुत से साधन आपके दिमाग को अलग-अलग निवेश के विकल्पों से भर देते हैं. अगर आप किसी डिपार्टमेंटल स्टोर में बिना किसी योजना के जाएंगे तो इस बात के बड़े आसार हैं कि आप कई सारी फालतू की चीजें भी ले आएंगे. निवेश के मामले में भी ऐसा ही है. किसी भी निवेश के मौके में हाथ डालने से पहले आपका शिक्षित होना जरूरी है. आपके लंबे वक्त के मकसद आपको सही विकल्पों के चुनाव में मददगार साबित होते हैं. आपको अपनी जरूरतों को समझना होगा और मौजूद विकल्पों में से सही विकल्प का चुनाव करना होगा.
जितना कम कर्ज उतनी बढ़िया जिंदगी होलिका दहन का आयोजन आपके शरीर और मन से बुराइयों को खत्म करने के लिए किया जाता है. इसी तरह से आपको अपने पोर्टफोलियो से खराब निवेश को निकाल देना चाहिए साथ ही कर्ज की बुराई को भी दूर कर देना चाहिए. कर्ज के चक्कर में आपको ब्याज के बोझ से निपटना पड़ता है और इससे आपके पास बचत करने के लिए कम पैसा बचता है. साथ ही गुजरे वक्त मे की गई गलतियों को भी आपको सुधारना चाहिए.
सभी रंगों का मेल होली कभी भी एक या दो रंगों से नहीं खेली जाती है. ये हमेशा कई रंगों से खेली जाती है. इसी तर्ज पर आपके पोर्टफोलियो में भी केवल एक या दो रंग नहीं हो सकते. हर रंग की अपनी खासियत और फायदे होते हैं. किसी एक रंग का आपके पोर्टफोलियो में ज्यादा होना आपके पोर्टफोलियो को एकतरफा बना सकता है और इससे आप बड़ी गिरावट का शिकार हो सकते हैं. ऐसे में एक बेहतर मिक्स आपके लिए मददगार साबित होता है.
धैर्य पूंजी बनाने का मुख्य तत्व है होली बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार है. इसमें प्रह्लाद के धैर्य और अच्छाई पर आस्था की जीत होती है. इसी तरह से निवेश एक लंबे वक्त की प्रक्रिया है और इसमें भी धैर्य और सततता की जरूरत पड़ती है. ऐसे में इस बार होली पर आप प्रह्लाद के धैर्य और आस्था के मार्ग को चुनिए और खुद को पूंजी खड़ी करने के रास्ते पर आगे बढ़ाइए.
खुद को लचीला बनाइए हिरण्यकश्यप को बड़ा अहंकार था. वे मानते थे कि भगवान जैसा कुछ भी इस दुनिया में नहीं है. वे अपने बेटे की भगवान में आस्था का उपहास बनाते थे. यही अहंकार और अड़ियलपना उनके अंत का कारण बना. फाइनेंशियल प्लानिंग में भी अगर आप अपने फैसलों को लेकर जिद्दी और अड़ियल हैं तो आप भी नुकसान का शिकार हो सकते हैं. खुद को लचीला बनाइए और खराब फैसलों से बचने के लिए बदलाव के लिए तैयार रहिए.
होली एक ऐसा त्योहार है जो हमें कई वित्तीय सबक सिखाता है. ऐसे में इस होली से पूंजी खड़ी करने के एक नए दौर की शुरुआत कीजिए.
(लेखक मनी मंत्रा के फाउंडर हैं)
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