टेस्ला की प्रतिद्वंदी वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी विनफास्ट ऑटो भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए संभावित जगहों का मूल्यांकन कर रहा है. कंपनी तमिलनाडु में पहले ही दो स्थानों की समीक्षा कर चुकी है. कंपनी को चेन्नई के उत्तर में मनालूर इलाके के साथ-साथ राज्य के दक्षिणी जिलों में से एक तूतीकोरिन में जमीन दिखाई गई है. विनफास्ट गुजरात में भी भूखंडों का मूल्यांकन कर सकती है.
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक विनफास्ट को बंदरगाह की जरूरत है और यही वजह है कि कंपनी तमिलनाडु और गुजरात में प्लांट लगाने के लिए उत्सुक है. पूर्व से पश्चिम तक जुड़ा होने की वजह से तमिलनाडु के पास ज्यादा अवसर हैं. कंपनी 2026 तक वाहनों की असेंबलिंग शुरू करने के लक्ष्य के साथ लगभग 200 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी.
अगस्त में नैस्डैक पर सूचीबद्ध होने के बाद वियतनामी कंपनी अस्थायी रूप से दुनिया की तीसरी सबसे मूल्यवान कार निर्माता बन गई थी. विनफास्ट भारत में कंपलीट नॉक डाउन (CKD) असेंबली यूनिट लगाने की योजना पर काम कर रही है, जिसकी सालाना क्षमता 50,000 यूनिट्स होगी. बता दें कि 28 जुलाई को कंपनी ने अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना में अपने पहले अमेरिकी प्लांट की शुरुआत की, जो 1,800 एकड़ में फैली हुई है और इसमें अन्य विनिर्माण सुविधाओं के अलावा जनरल असेंबली, बॉडी और पेंट की दुकानों के लिए मुख्य उत्पादन क्षेत्र शामिल हैं.
2017 में स्थापित विनफास्ट ऑटो ने हाल ही में कहा था कि 2024 में शुरू होने वाले विकास के अपने अगले चरण के लिए वह भारत सहित नए बाजार समूहों में डीलरशिप नेटवर्क शुरू करने की योजना बना रहा है. कंपनी वियतनाम के सबसे बड़े निजी निगम विनग्रुप की ईवी शाखा है.