विदेशी बाजारों में मौद्रिक संकट की वजह से वित्त वर्ष 2024 में भारत से ऑटोमोबाइल निर्यात में 5.5 फीसद की गिरावट आई है. पिछले वित्त वर्ष में कुल निर्यात 45,00,492 इकाई रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 47,61,299 इकाई था. पिछले वित्त वर्ष में विदेशी शिपमेंट में गिरावट पर टिप्पणी करते हुए सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि विदेशी बाजारों में स्थिति अस्थिर बनी हुई है. उन्होंने कहा, “कुछ देश, जहां हम कमर्शियल वाहन और दोपहिया निर्यात करते हैं वहां विदेशी मुद्रा से संबंधित मुद्दों का सामना कर रहे हैं.”
शिपमेंट में बड़ी गिरावट
उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में कमर्शियल वाहन, दोपहिया और तिपहिया वाहनों के शिपमेंट में बड़ी गिरावट देखी गई, हालांकि पैसेंजर व्हीकल में मामूली वृद्धि हुई. हालांकि, इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में, हमने अच्छी रिकवरी देखी है, खासकर दोपहिया वाहनों के लिए. अग्रवाल ने कहा, “हमें पूरी उम्मीद है कि आगे चलकर स्थिति में सुधार होगा.” यात्री वाहन सेगमेंट में, निर्यात वित्त वर्ष 2024 में 1.4 फीसद बढ़कर 6,72,105 इकाई हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 6,62,703 इकाई था.
मारुति सुजुकी की सबसे ज्यादा शिपमेंट
मारुति सुजुकी ने 2022-23 में 2,55,439 यूनिट्स के मुकाबले 2,80,712 यूनिट्स की शिपमेंट सबसे ज्यादा रही. हुंडई मोटर इंडिया ने पिछले वित्त वर्ष में 1,63,155 यूनिट्स का निर्यात किया. इसने FY23 में 1,53,019 यूनिट्स शिप की थीं. किआ मोटर्स ने 52,105 यूनिट्स का निर्यात किया, जबकि वोक्सवैगन इंडिया ने पिछले वित्त वर्ष में 44,180 यूनिट्स का निर्यात किया.
दोपहिया वाहनों के निर्यात में गिरावट
निसान मोटर इंडिया और होंडा कार्स ने वित्त वर्ष 2023-24 में क्रमशः 42,989 और 37,589 यूनिट्स का शिपमेंट किया. दोपहिया वाहनों के निर्यात में पिछले वित्त वर्ष में 5.3 फीसद की गिरावट के साथ 34,58,416 इकाई रही, जबकि 2022-23 में यह 36,52,122 इकाई थी.
गिरा कर्मशियल वाहनों का शिपमेंट
इसी तरह, कमर्शियल वाहनों का शिपमेंट वित्त वर्ष 2013 में 78,645 यूनिट्स के मुकाबले 16 फीसद गिरकर 65,816 यूनिट्स पर आ गया. तिपहिया वाहनों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष में 18 फीसद घटकर 2,99,977 इकाई रह गया, जबकि 2022-23 वित्तीय वर्ष में यह 3,65,549 इकाई था.