सरकार के आश्वासन के बाद ट्रक चालकों के संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने अपनी हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया है. लेकिन दो दिन तक चली इस देशव्यापी हड़ताल ने सामान्य जीवन अस्तव्यस्त कर दिया. देशभर में 2000 से ज्यादा पेट्रोल पंप सूख गए. सब्जियों, फलों और दूध की आपूर्ति पर भी असर पड़ा. दिल्ली में सब्जी और फल के दाम बढ़ गए. हड़ताल खत्म होने के बाद भी सबकुछ सामान्य होने में एक से दो दिन का वक्त लग सकता है.
भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत हिट-एंड-रन मामलों पर नए कानून को लेकर ट्रक चालक हड़ताल पर थे. इसमें 10 साल तक की जेल की सजा और सात लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है. ट्रक चालकों की हड़ताल का असर दिल्ली की मंडियों में भी देखने को मिला. यहां सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हुई, इससे सब्जियों के दाम बढ़ गए. कारोबारियों के अनुसार आपूर्ति प्रभावित होने से दिल्ली में सब्जियों की कीमतों में 10-15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. कई थोक बाजारों में टमाटर, प्याज और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों की कीमतें पांच से सात रुपए प्रति किलो तक बढ़ गई हैं.
एशिया की सबसे बड़ी फल एवं सब्जी मंडी आजादपुर के थोक व्यापारी संजय भगत का कहना है कि अभी तक ट्रक ड्राइवरों के विरोध के कारण दिल्ली में सब्जियों की आपूर्ति नहीं रुकी है, लेकिन ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण आपूर्ति में कमी आई है. इससे थोक बाजारों तक सामान के पहुंचने में देरी हो रही है. मंडी में पिछले चार दिन की तुलना में मंगलवार को सब्जियों की कम आपूर्ति हुई, जिसके चलते कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला .
ट्रक चालकों के विरोध के चलते छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान जैसे राज्यों के दूरदराज से आने वाली सब्जियों की आपूर्ति लगभग पांच या छह घंटे तक प्रभावित हुई है. अन्य व्यापारियों के मुताबिक ट्रक चालकों की हड़ताल की वजह से तय समय पर सामान नहीं पहुंच पा रहा है. हालांकि अब ट्रक चालकों की हड़ताल खत्म हो गई है, लेकिन फल-सब्जियों की आपूर्ति सुचारू होने में अभी एक-दो दिन का वक्त लगेगा, ऐसे में सब्जियों के दाम कम होने में भी इतना ही वक्त लगेगा.