फर्जी टैक्स इनवॉइस और झूठे इनपुट टैक्स क्रेडिट की पहचान के लिए टैक्स अधिकारियों की तरफ से टैक्स चुकाने वालों के रियल टाइम बैंकिंग लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है. हाल में कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई हैं. जिनमें हवाला लेनदेन के लिए फर्जी टैक्स इनवॉइस का सहारा लिया गया है. इसके अलावा ये भी पता चला है कि फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट और शेल कंपनियों के जरिए भी टैक्स चोरी हो रही है.
आर्थिक अपराध करने वालों मिलेगी खास पहचान
सरकार इकोनॉमिक फ्रॉड करने वालों की एक डिजिटल पहचान तय करने जा रही है. इकोनॉमिक फ्रॉड करने वाली कंपनी या व्यक्ति को पहचान कर इस तरह का कोड दिया जा सकता है. और उस कोड को युनीक इकोनॉमिक ओफेंडर कोड कहा जाएगा. यह कोड इकोनॉमिक फ्रॉड करने वाले व्यक्ति के आधार और कंपनी के पैन नंबर से लिंक होगा. रिपोर्ट में कहा गया है. युनीक इकोनॉमिक ओफेंडर कोड के लिए. सेंट्रल इकोनॉमिक इंटेलिजेंस ब्यूरो ने करीब 2.5 लाख इकोनॉमिक ओफेंडर्स का डेटाबेस तैयार किया है.
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