वाहन विनिर्माता टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने डीजल इंजन के प्रमाणन परीक्षण में ‘अनियमितताएं’ पाए जाने के बाद देश में अपने तीन मॉडल- इनोवा क्रिस्टा, फॉर्च्यूनर और हाइलक्स की आपूर्ति अस्थायी तौर पर रोक दी है. टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन (टीएमसी) से संबद्ध कंपनी टोयोटा इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन ने एक दिन पहले कहा था कि डीजल इंजन वाले तीन मॉडल के हॉर्स पावर आउटपुट संबंधी परीक्षणों में अनियमितताएं पाई गई हैं.
भारत के मामले में इस इंजन का इस्तेमाल इनोवा क्रिस्टा, फॉर्च्यूनर और हाइलक्स मॉडल में किया जाता है. वैश्विक स्तर पर 10 मॉडल इन इंजनों का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें जापान के छह मॉडल भी शामिल हैं. इस बारे में संपर्क किए जाने पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) के प्रवक्ता ने कहा कि अनियमितताएं इंजन के पावर और टॉर्क से संबंधित हैं लेकिन हॉर्सपावर, टॉर्क या इंजन से संबंधित अन्य मामलों में बढ़ा-चढ़ाकर कोई दावा नहीं किया गया है. इसके साथ ही कंपनी प्रवक्ता ने बयान में कहा कि इस मुद्दे का प्रभावित वाहनों के उत्सर्जन या सुरक्षा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
टीकेएम ने कहा कि टोयोटा प्रभावित वाहनों के प्रमाणीकरण में इस्तेमाल किए गए आंकड़ों की दोबारा पुष्टि के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ काम कर रही है. ऐसी स्थिति में टीकेएम प्रभावित वाहनों की आपूर्ति अस्थायी रूप से रोकने जा रही है. इस बीच, टीकेएम तीनों मॉडलों के लिए नए ऑर्डर लेना जारी रखेगी। कंपनी ने कहा कि डीलरों तक पहले ही भेजी जा चुकी लेकिन अभी तक ग्राहकों को वितरित नहीं की गई कारों के बारे में स्थिति से ग्राहकों को अवगत करा दिया जाएगा.
टीकेएम ने कहा कि हम अपने मौजूदा ग्राहकों से यह कहना चाहेंगे कि उनके वाहन इन अनियमितताओं से अप्रभावित हैं क्योंकि हॉर्सपावर, टॉर्क या इंजन संबंधी अन्य पहलुओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इससे उनके वाहनों के उत्सर्जन या सुरक्षा से भी कोई समझौता नहीं हुआ है. इसके साथ ही कंपनी ने इस अनियमितता के कारण अपने ग्राहकों एवं अन्य हितधारकों को होने वाली असुविधा और चिंता के लिए माफी मांगी है.