कर्ज न चुकाने वालों को मिठाई भेजने की SBI की मुहिम रंग ला रही है. देश के सबसे बड़े बैंक ने इस मुहिम के 60 NPA खातों को रिकवर कर उन्हें स्टैंडर्ड अकाउंट में अपग्रेड कर दिया है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने फिनटेक्स के साथ मिलकर यह सफलता हासिल की है. फिनटेक्स ने NPA खातों से जुड़े 200 लोगों से सम्पर्क किया था जिसमें करीब 13 फीसद लोगों ने कर्ज चुका दिया है. बैंक के मुताबिक यह फिनटेक कर्ज न चुकाने वालों की काउसलिंग कर उन्हें कर्ज चुकाने के लिए प्रेरित करते हैं.
एसबीआई वर्तमान में इस रिकवरी मॉडल पर दो फिनटेक के साथ पायलट प्रोजेक्ट चला रहा है, जिसमें फिनटेक एनपीए उधारकर्ताओं के पास मिठाई का एक डिब्बा लेकर जाते हैं और उन्हें अपने कर्ज के पुनर्भुगतान के लिए सलाह देते हैं. अधिकारी ने कहा कि ये फिनटेक “अच्छे काउसेलर्स” हैं और ग्राहकों से शायद बैंक अधिकारियों की तुलना में कहीं बेहतर तरीके से बात करते हैं.
बैंक अधिकारी ने कहा कि, “अब तक का पायलट काफी सफल रहा है और हम इसका विस्तार करने की उम्मीद कर रहे हैं. मिठाइयाँ भेजने का उद्देश्य एनपीए उधारकर्ताओं से प्रतिक्रिया प्राप्त करना है. आमतौर पर, वे कर्ज चुकाने के लिए पूछे जाने वाले बैंक नोटिस को अस्वीकार कर देते हैं.
अधिकारी के मुताबिक, पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भेजे गए 450 खातों में से 250 एनपीए कर्जदारों तक फिनटेक नहीं पहुंच सके. हालाँकि, वे 200 एनपीए उधारकर्ताओं से संपर्क करने में सक्षम थे, जिनमें से 60 खाताधारक ने पुनर्भुगतान प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया और बकाया राशि जमा कर दी, जिसके परिणामस्वरूप एनपीए से स्टैंडर्ड खाते में यह अपग्रेड हो गए हैं.
अधिकारी ने कहा कि बैंक जल्द ही रिकवरी के लिए फिनटेक के साथ साझेदारी पर एक औपचारिक नीति बनाएगा और नई नीति के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को सूचित करेगा. अधिकारी ने कहा कि बैंक लगभग दो महीने से दो फिनटेक के साथ पायलट प्रोजेक्ट चला रहा है और अगले 30-60 दिनों के भीतर एक नीति तैयार करेगा.
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