विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में मजबूती के बीच बुधवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे टूटकर अपने सर्वकालिक निचले स्तर 83.41 (अस्थायी) पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के चलते रुपये को कुछ समर्थन मिला. दूसरी ओर शेयर बाजारों में सुस्ती ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव बढ़ाया. कच्चा तेल 76 डॉलर प्रति बैरल से टूटकर 73 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.39 पर खुला और दिन के कारोबार में 83.38-83.41 के सीमित दायरे रहा.रुपया अंत में अपने सर्वकालिक निचले स्तर 83.41 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से चार पैसे की गिरावट है.रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 83.37 पर बंद हुआ था. इससे पहले रुपया इस साल 24 नवंबर को अपने सबसे निचले स्तर 83.40 पर बंद हुआ था.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों को बुधवार को घोषित होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति का इंतजार है.इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक बुधवार को 0.09 फीसद बढ़कर 103.55 पर पहुंच गया.वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.38 फीसद गिरकर 72.96 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया.शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 76.86 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे