मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) टेलीविजन वितरण क्षेत्र में अपनी मौजूदगी को मजबूत करना चाहती है. कंपनी अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म, JioCinema की पहुंच का विस्तार करने की योजना बना रही है. ऐसे में RIL टाटा प्ले में करीब 30 फीसद हिस्सेदारी खरीद सकती है. सूत्रों के मुताबिक रिलायंस ये हिस्सेदारी वॉल्ट डिजनी के जरिए खरीदेगी. हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर रिलायंस और टाटा प्ले के बीच बातचीत सफल साबित होती है, तो यह टाटा समूह और अंबानी के बीच पहली डील होगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज कथित तौर पर वॉल्ट डिज़नी से सब्सक्रिप्शन-आधारित सैटेलाइट टीवी और वीडियो स्ट्रीमिंग सेवा देने वाले टाटा प्ले में 29.8% हिस्सेदारी हासिल कर सकती है. टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के पास अभी टाटा प्ले में 50.2% हिस्सेदारी है, जबकि बाकी शेयर सिंगापुर स्थित फंड टेमासेक के पास है. पिछले साल अक्टूबर में खबर आई थी कि सिंगापुर स्थित निवेश फर्म टेमासेक टाटा प्ले में मौजूद अपनी 20% हिस्सेदारी भारतीय समूह को बेच सकता है. इसके लिए टाटा समूह के साथ बातचीत जारी है.
डिज़नी ने शुरू में टाटा प्ले के आईपीओ के दौरान अपने शेयरों को बेचने की योजना बनाई थी, लेकिन लिस्टिंग स्थगित होने पर उसने दूसरी एग्जिट रणनीति अपनाने पर विचार किया. जानकारों का मानना है कि ये डी रिलायंस के लिए मायने रखती है क्योंकि वे हैथवे और डेन के जरिए एमएसओ (मल्टीपल-सिस्टम ऑपरेटर) पर पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन डीटीएच में उनकी मौजूदगी नहीं है, लेकिन हिस्सेदारी मिलने से आरआईएल का विस्तार होगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैंकर वर्तमान में टाटा प्ले में डिज्नी की हिस्सेदारी के मूल्य का आंकलन कर रहे हैं. बाजार में अपनी मौजूदगी के बावजूद सैटेलाइट टेलीविजन ब्रॉडकास्टर टाटा प्ले को नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, जियोसिनेमा और अमेज़ॅन प्राइम जैसे प्रतिस्पर्धी स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों से चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. 31 मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष में, टाटा प्ले ने 4,499 करोड़ रुपए के राजस्व पर 105 करोड़ रुपए का घाटा दर्ज किया. जबकि पिछले वर्ष 4,741 करोड़ रुपए के राजस्व पर 68.60 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था.