ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण 2023 में टियर 2 और टियर 3 शहरों में ईंधन क्रेडिट कार्ड की मांग सबसे अधिक थी, जबकि वर्ष के दौरान यात्रा और ई-कॉमर्स क्रेडिट की मांग में पर्याप्त वृद्धि देखी गई. 2023 में इन शहरों में फ्यूल क्रेडिट कार्ड की मांग में 17 फीसद सालाना वृद्धि देखी गई है.
लोकप्रिय क्रेडिट कार्ड
फिनटेक प्लेटफॉर्म ZET की रिपोर्ट में कहा गया है कि ये कार्ड आम तौर पर ईंधन खरीद पर कैशबैक, रिवार्ड पॉइंट या छूट देते हैं. इससे ये छोटे शहरों और कस्बों में रहने वाले उपभोक्ता ऐसे कार्ड पसंद करते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि BPCL SBI, इंडियन ऑयल कोटक और IDFC HPCL इस श्रेणी में तीन सबसे लोकप्रिय क्रेडिट कार्ड थे.
बढ़ी यात्रा क्रेडिट कार्ड की मांग
टियर-2 और टियर-3 कस्बों और शहरों में भी यात्रा से जुड़े क्रेडिट कार्ड को अपनाने में वृद्धि देखी गई. 2023 में यात्रा क्रेडिट कार्ड में 27 फीसद की वृद्धि देखी गई है. हवाई मील, होटल छूट, या यात्रा से जुड़े ऑफर्स की वजह से इन शहरों में यात्रा क्रेडिट कार्ड की मांग बढ़ रही है.
इन कार्ड को किया गया पसंद
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन शहरों में बढ़ती कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास ने भी यात्रा क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में वृद्धि की है. SBI IRCTC, एक्सिस विस्तारा और IDFC विस्तारा क्रेडिट कार्ड की मांग सबसे ज्यादा थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन शहरों में बढ़ती कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास की वजह से भी यात्रा क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में वृद्धि देखी गई है.
किस शहर में ज्यादा डिमांड
सबसे ज्यादा ट्रेवल कार्ड की जयपुर और सूरत में डिमांड रही, जबकि मलप्पुरम ई-कॉमर्स कार्ड के लिए शीर्ष शहर था. इंदौर, गुड़गांव, कोझिकोड और तिरुवनंतपुरम में भी क्रेडिट कार्ड की मांग में वृद्धि देखी गई है.
किस उम्र के उपभोक्ता?
रिपोर्ट में न्यू-टू-क्रेडिट (एनटीसी) क्रेडिट कार्ड धारकों में साल दर साल 19 फीसद की वृद्धि देखी गई है. इसमें लगभग 50 फीसद उपभोक्ता 25 वर्ष से कम उम्र के हैं. इन उपभोक्ताओं के लिए सबसे पसंदीदा कार्ड एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, SBI और एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड थे.
कितने लोग करते हैं क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल
मनीष शारा, सह-संस्थापक और सीईओ, ZET ने कहा कि “भारत में, क्रेडिट कार्ड की पहुंच केवल 5 फीसद आबादी तक कम है, लेकिन हम पिछले दो वर्षों में इसे अपनाने में वृद्धि देख रहे हैं, और RBI के अनुमान के अनुसार, क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्या 10 करोड़ तक बढ़ सकती है.