आयकर विभाग ने बिजली के तार और अन्य इलेक्ट्रिक सामान बनाने वाली पॉलीकैब समूह के परिसरों की तलाशी में लगभग 1,000 करोड़ रुपये की ‘बेहिसाब नकद बिक्री’ का पता लगाया है. हाल में कंपनी के विभिन्न परिसरों की तलाशी ली गई थी. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बयान में कहा कि पिछले साल 22 दिसंबर को समूह के खिलाफ तलाशी शुरू करने के बाद चार करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है. साथ ही 25 से अधिक बैंक लॉकरों पर रोक लगायी गयी है.
आयकर विभाग का छापा
आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नासिक, गुजरात में हलोल तथा दिल्ली समेत कुल 50 परिसर में छापेमारी की. हालांकि सीबीडीटी के बयान में समूह का नाम नहीं बताया, लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने इसकी पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड होने की पुष्टि की है. पॉलीकैब इंडिया ने शेयर बाजारों को दी सूचना में मीडिया में चल रही कंपनी की कर चोरी की रिपोर्ट को अफवाह करार दिया.
कंपनी ने जारी किया बयान
कंपनी ने अपने बयान में कहा,’कंपनी सभी नियमों के अनुपालन और पारदर्शिता को लेकर प्रतिबद्ध है. दिसंबर, 2023 में तलाशी कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया गया था. कंपनी को तलाशी के नतीजे के संबंध में आयकर विभाग से फिलहाल कोई सूचना नहीं मिली है.’ सीबीडीटी ने कहा कि तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल आंकड़े जब्त किए गए. इनसे कुछ अधिकृत वितरकों की मिलीभगत से समूह द्वारा अपनाई गई कर चोरी के तौर तरीकों का पता चलता है.