आरबीआई की ओर से लगाए गए प्रतिबंध के बाद पेटीएम और पीपीबीएल अलग हो गए हैं. इसके बावजूद पेटीएम की यूपीआई सेवा को लेकर संशय था, लेकिन जल्द ही ये दूर होने वाली है. दरअसल नेशनल पेमेंट्स कॉर्प ऑफ इंडिया (NPCI) इस हफ्ते पेटीएम को मान्यता प्राप्त थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) लाइसेंस जारी कर सकती है.
सूत्रों के मुताबिक पेटीएम का संचालन करने वाली वन 97 कम्युनिकेशंस को 15 मार्च तक लाइसेंस मिल सकता है. इससे पेटीएम यूजर्स एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) के जरिए लेनदेन के लिए पेटीएम ऐप का उपयोग जारी रख सकेंगेे. मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि टीपीएपी लाइसेंस की मंजूरी इस सप्ताह मिलने की उम्मीद है. ज्यादातर जरूरी मूल्यांकन पहले ही पूरे हो चुके हैं, हालांकि बैंकों के साथ एकीकरण में एक महीने से ज्यादा का समय लग सकता है. इसके बावजूद लाइसेंस तय समय सीमा पर दे दिया जाएगा. बता दें एनपीसीआई की ओर से प्रबंधित यूपीआई, भारत में विभिन्न बैंकों में वित्तीय लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है.
लाइसेंस के बाद लेन-देन में तेजी की उम्मीद
फरवरी में पेटीएम के यूपीआई लेनदेन की मात्रा में गिरावट दर्ज की गई, इससे ब्रांड की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है. हालांकि लाइसेंस मिलने के बाद लेन-देन में तेजी आने की उम्मीद है. पेटीएम कथित तौर पर यूपीआई लेनदेन प्रक्रिया के लिए एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और यस बैंक जैसे प्रमुख भारतीय बैंकों के साथ साझेदारी के लिए बातचीत कर रहा है.
RBI ने लगाया था प्रतिबंध
पेटीएम पेमेंट बैंक PPBL को नियमों का अनुपालन न करने को लेकर RBI ने इस पर प्रतिबंध लगाया था. RBI ने PPBL को 15 मार्च के बाद ग्राहक खातों, वॉलेट, फास्टैग और अन्य साधनों में नई जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है. तय समय सीमा के बाद पेटीएम बैंक को खातों या वॉलेट में नई जमा स्वीकार करने से रोक दिया जाएगा.