बीते वित्त वर्ष 2023-24 में पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेडमार्क विभाग ने एक लाख से ज्यादा पेंटेंट जारी किए हैं. यह जानकारी महानियंत्रक उन्नत पंडित ने गुरुवार को दी. उन्होंने बताया कि बीते साल 1.03 लाख पेटेंट जारी किए गए हैं. आईपी कार्यालय में समय पर पेटेंट आवेदनों का निपटान होगा, इसमें किसी तरह की देरी नहीं होगी. उन्होंने यह भी बताया कि अनुरोध के 30 महीने के भीतर 40 प्रतिशत आवेदनों का निपटारा किया गया है.
30 से 36 महीनों में होगा निपटान
महानियंत्रक का कहना है कि सभी लंबित आवेदन का निपटान हो गया है. अब जो भी आवेदन जांच या सुनवाई के लिए आएंगे उनका निपटान 30-36 महीने में किया जाएगा. इसलिए आगे आवेदनों के निपटारे में किसी तरह की देरी नहीं होगी.
आवेदनों की बढ़ी संख्या
हर साल पेटेंट के लिए आवेदन बढ़ रहे हैं. 2023-24 में विभाग को 90,300 पेटेंट के लिए आवेदन मिले थे. इनमें न केवल विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र शामिल हैं, बल्कि सुरक्षा पर भी पर्याप्त जोर है. पेटेंट के लिए आवेदन करने वालों में सबसे ज्यादा संख्या शोध से जुड़े हुए हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े?
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने पहले जानकारी दी थी कि देश में हर छह मिनट में एक टेक्नोलॉजी से जुड़ी संस्था या लोग पेटेंट के लिए आवेदन करते हैं. 2023 में, अब तक के उच्चतम 90,300 पेटेंट आवेदन प्राप्त हुए. पेटेंट कार्यालय ने पिछले एक वर्ष (15 मार्च, 2023 से 14 मार्च, 2024) में एक लाख से अधिक पेटेंट जारी किए थे.
क्या होता है पेटेंट?
पेटेंट (Patent) एक ऐसा कानूनी अधिकार है जो किसी व्यक्ति या संस्था को किसी विशेष उत्पाद, खोज, डिजाईन, प्रक्रिया या सेवा के लिए दिया जाता है. ये एक तरह का अधिकार देता है. इसे हासिल करने से अगर कोई और व्यक्ति या संस्था पेटेंट धारक की अनुमति के बिना इनका उपयोग करती है तो इसे कानूनन अपराध माना जाता है.