कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी खुद से जॉब छोड़ दें इसके लिए यूके की मैकिन्जी एंड कंपनी (McKinsey and company) ने एक नायाब तरीका निकाला है. इसके तहत कंपनी अपने सैकड़ों वरिष्ठ कर्मचारियों को नौ महीने की सैलरी दे रही है. इतना ही नहीं कंपनी उन्हें वैकल्पिक नौकरी के अवसर तलाशने के भी मौके दे रही है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान कर्मचारियों को कस्टमर प्रोजेक्ट में शामिल होने की जरूरत नहीं होगी. वे काम के घंटों का इस्तेमाल अपने लिए नई नौकरी खोजने में कर सकते हैं. कर्मचारियों को नौ महीने तक अपना पूरा वेतन मिलता रहेगा और उन्हें फर्म के संसाधनों और करियर कोचिंग सेवाओं तक पहुंच प्राप्त होगी. कंपनी अपने कर्मचारियों को वेतन के अलावा दूसरे इंसेटिव भी देगी.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कंपनी ने यह कदम व्यापार उद्योग में हो रहे बदलाव को ध्यान में रखकर उठाया है. कंपनी अपने कार्यबल को नए जमाने के हिसाब से अपग्रेड करना चाहती है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में उसने घोषणा की थी कि वह लगभग 1,400 नौकरियों में कटौती करेगा, जो उसके कार्यबल का लगभग तीन फीसद है.
पिछले महीने किया कर्मचारियों का मूल्यांकन
पिछले महीने कंपनी की मूल्यांकन प्रक्रिया के दौरान 3,000 कर्मचारियों के प्रदर्शन का आंकलन किया गया और उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार करने या खुद से नौकरी छोड़ने पर विचार करने के लिए एक विकल्प दिया गया. इस साल फरवरी में मैकिन्जी ने 3,000 कर्मचारियों को खराब प्रदर्शन रेटिंग दी थी. उन्हें अपनी परफॉर्मेंस सुधारने के लिए लगभग तीन महीने का वक्त दिया गया था. साथ ही उन्हें जॉब छोड़ने का भी ऑप्शन दिया गया था.
काम के प्रेशर ने ली जान
काम के ज्यादा दबाव के चलते 25 वर्षीय मैकिन्जी कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली थी, ये मामला काफी चर्चाओं में रहा. आईआईटी और आईआईएम के पूर्व छात्रों के मुताबिक हर छात्र का सपना इस वैश्विक प्रबंधन सलाहकार के साथ काम करना होता है. मगर नौकरी के दौरान अतिरिक्त दबाव से उनकी चिंताएं बढ़ गई है.