मध्य प्रदेश और गुजरात में मजदूरों को सबसे कम दिहाड़ी मिल रही है. सरकार ने संसद में यह जानकारी दी है. संसद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने बताया है कि देशभर में मजदूरों को सबसे कम दिहाड़ी मध्य प्रदेश और गुजरात में मिल रहा है. उनका कहना है कि 2022 में मध्य प्रदेश में सामान्य कृषि मजदूरी 227.70 रुपए और गैर कृषि मजदूरी 244.89 रुपए थी. वहीं 2022 में ही गुजरात में सामान्य कृषि मजदूरी 235.44 रुपए और गैर कृषि मजदूरी 267.28 रुपए थी.
रामेश्वर तेली ने बताया है कि केरल में मजदूरों को सबसे ज्यादा दिहाड़ी मिल रही है. साल 2022 में केरल में सामान्य कृषि मजदूरी 755.36 रुपए और गैर कृषि मजदूरी 693.49 रुपए थी. 400 रुपए से ज्यादा दिहाड़ी देने वाले राज्यों में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और तमिलनाडु प्रमुख हैं. दूसरी ओर महाराष्ट्र, ओडिशा और त्रिपुरा में मजदूरों को 300 रुपए से कम दिहाड़ी दी जा रही है.
बता दें कि श्रम ब्यूरो 20 राज्यों में फैले 600 नमूना गावों के नियत सेट में से राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के क्षेत्रीय संचालन प्रभाग (एफओडी) द्वारा एकत्रित किए गए आंकड़ों के आधार पर चुनिंदा कृषि और गैर-कृषि व्यवसायों के संबंध में औसत दैनिक मजदूरी दर के आंकड़ों का संकलन और उसका रखरखाव करता है.