सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी ने कहा है कि उसने अपने निदेशक मंडल में शेयरधारकों के निदेशकों को शामिल करने की अनुमति देने के लिए नियमों में संशोधन किया है. भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) सबसे बड़ी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के साथ पिछले साल भारतीय पूंजी बाजार में सूचीबद्ध हुई थी. सरकार ने IPO के जरिए कंपनी में अपनी 3.5 फीसद हिस्सेदारी का विनिवेश कर 20,557 करोड़ रुपए जुटाए थे.
एलआईसी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम (शेयरधारक निदेशक) नियमन, 2023 को एक दिसंबर, 2023 को भारत के राजपत्र में अधिसूचित किया गया है. संशोधित नियम में कहा गया है कि निगम कम से कम एक हजार शेयरधारकों या शेयरधारकों की कुल संख्या का दसवां हिस्सा, जो भी कम हो, के नोटिस पर ऐसे शेयरधारकों की एक आम बैठक के माध्यम से शेयरधारकों के निदेशक का चयन करेगा.
इसमें कहा गया है कि शेयरधारकों के निदेशक के रूप में चुने गए व्यक्ति को निदेशक मंडल चार साल की अवधि के लिए नियुक्त करेगा. वह चार साल की एक और अवधि के लिए फिर से चयन और पुन: नियुक्ति के लिए पात्र होगा. वर्तमान में एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती समेत पांच कार्यकारी निदेशक, नौ स्वतंत्र निदेशक और एक सरकार की तरफ से नामित निदेशक हैं.