अपने और अपने परिवार के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य बीमा लेना बहुत जरूरी वित्तीय साधनों में से एक है. पर्याप्त कवरेज राशि के साथ हेल्थ बीमा योजना चिकित्सा आपातकाल की लागत को कवर करने और मेडिकल खर्च में काफी उपयोगी सिद्ध होगा. हालांकि, कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ ऐसी परिस्थिति में जब आपकी स्वास्थ्य बीमा योजना भी सीमित होगी या चिकित्सा आपातकाल की लागत को कवर करने में कोई मदद नहीं करेगी, ऐसे में आप क्या करेंगे. उदाहरण के लिए, यदि बीमा पॉलिसी द्वारा कवर की गई राशि उपचार की वास्तविक लागत से कम है या यदि उपचार एक गैर-नेटवर्क अस्पताल में लिया जाता है. इन स्थितियों से निपटने के लिए आपातकालीन नकदी का इंतजाम करके रखना भी काफी महत्वपूर्ण है. यहां जरूरी स्वास्थ्य आपात स्थितियों के दौरान नकदी प्राप्त करने के कुछ आसान तरीके दिए गए हैं.
पर्सनल लोन लें
यदि आपकी आय स्थिर है, तो आप पात्रता संबंधी सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हुए कुछ दिनों में पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं. कई बार, बैंक पूर्व-स्वीकृत पर्सनल लोन प्रदान करते हैं. हालांकि, इस लोन में आपको 10% -22% तक का ब्याज देना होगा. इस लोन में आपको कितनी राशि मिलेगी यह यह आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है.
अपने क्रेडिट कार्ड का करें उपयोग
कोई भी मरीज अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर सकता है. लेकिन, यह परिस्थिति आदर्श नहीं है, क्योंकि क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें काफी अधिक होती हैं. यह आपात स्थितियों के दौरान अस्पतालों में भुगतान करने के सबसे तेज़ तरीकों में से एक है. आप बाद में कुल राशि को ईएमआई में परिवर्तित करके या क्रेडिट कार्ड के कर्ज को कम करने के लिए कम ब्याज वाला ऋण लेकर ब्याज लागत को कम कर सकते हैं.
गोल्ड लोन लेकर करा सकते हैं इलाज
आपातकाल के दौरान त्वरित धन प्राप्त करने का एक और भी तरीका है. सोना गिरवी रखना. गोल्ड लोन का त्वरित संवितरण समय होता है, और आप आवेदन जमा करने के कुछ ही घंटों में फंड प्राप्त कर सकते हैं. ये लोन ऐसे लोगों के लिए आदर्श हैं, जिन्हें धन की तत्काल आवश्यकता है, लेकिन उनका क्रेडिट स्कोर खराब है. चूंकि सोना संपार्श्विक के रूप में कार्य करता है. उधारदाता मामूली ब्याज दर पर सभी व्यक्तियों को उधार दे सकते हैं. ब्याज दर सोने की गुणवत्ता और ग्राहक की पुनर्भुगतान क्षमता पर निर्भर करती है. यदि पुनर्भुगतान की क्षमता कम है तो दर आमतौर पर अधिक है.
इमरजेंसी फंड
कम से कम 6 महीने का आपातकालीन फंड बनाएं जो समय पर काम आ सके. यदि आप किसी भी तरह की वित्तीय आपात स्थिति जैसे कि अचानक अस्पताल में भर्ती होना, नौकरी छूटना या किसी पारिवारिक आपातकाल का सामना करते हैं तो यह फंड आपके काम आएगा. स्वास्थ्य आपातकाल के मामले में, आप बीमा पॉलिसियों, म्यूचुअल फंड, शेयरों या फिक्स्ड डिपॉजिट के अगेन्स्ट लोन ले सकते हैं. बता दें, ऐसे लोन पर ब्याज दरें पर्सनल लोन से कम होती हैं. एक और तरीका है कि आप कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) से पैसा निकाल सकते हैं. हालांकि, यह धन केवल एक अंतिम उपाय के रूप में निकाला जाना चाहिए.
दोस्तों और परिवार से उधार लेना
इमरजेंसी के दौरान नकदी की व्यवस्था करने का यह सबसे लोकप्रिय तरीका है. आप ब्याज शुल्क को लेकर परेशान हुए बीना जल्दी से आवश्यक धन की प्राप्ति कर सकते हैं. हालांकि, ऐसे समय में अगर आप जल्द से लोन का भुगतान कर देंगे तो आपके निजी रिश्ते के लिए यह बेहतर रहेगा.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।
Money9 Summit: Elixir Equities Founder और BSE, NSE, CDSL सदस्य Dipan Mehta के साथ खास बातचीत
Updated:March 15, 2023Money9 Summit: क्या Financial Inclusion को बढ़ावा दे पाएंगी फिनटेक कंपनियां?
Updated:March 15, 2023Money9 Summit: Mutual Fund इंडस्ट्री के लिए कैसा रहेगा भविष्य?
Updated:March 15, 2023Money9 Summit: सौगत भट्टाचार्य, सिद्धार्थ सान्याल, रजनी सिन्हा और अतुल जोशी से खास बातचीत
Updated:March 15, 2023Money9 Summit: सुभ्रजीत मुखोपाध्याय, वेंकटेश नायडू, हर्ष रूंगटा और प्रिया देशमुख से चर्चा
Updated:March 15, 2023Money9 Summit: Edelweiss AMC की MD और CEO राधिका गुप्ता के साथ खास चर्चा
Updated:March 15, 2023Money9 Summit में वाणिज्य राज्य मंत्री Anupriya Patel के साथ चर्चा
Updated:March 15, 2023