भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन कंपनी इंडिगो जनवरी-मार्च के दौरान 30 से 40 और विमानों का परिचालन बंद कर सकती है. इसकी वजह प्रैट एंड व्हिटनी इंजन में खराबी बताई जा रही है. इंडिगो पहले ही प्रेट एंड व्हिटनी के इंजन वाले 45 विमानों को परिचालन पहले ही रोक चुकी है. इसका मतलब है कि मार्च तिमाही में कंपनी को अपने 25 फीसदी विमानों का इस्तेमाल बंद करना पड़ सकता है. मार्च तिमाही एयरलाइन कंपनियों के लिए कमजोर सीजन होता है, क्योंकि इस दौरान परीक्षाएं और सालाना लेखाबंदी के कारण कम यात्राएं होती हैं.
इंडिगो के पास सितंबर अंत तक 334 विमानों का बेड़ा था. मगर मार्च तिमाही में बड़ी संख्या में विमानों को परिचालन से बाहर करने से हवाई यात्रियों को दिक्कत हो सकती है. एयरलाइन को क्षमता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि स्थिति से निपटने के लिए एयरलाइन कंपनी कई उपाय कर रही है. कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि हाल ही में प्रैट एंड व्हिटनी से पाउडर मेटल पर अतिरिक्त जानकारी मिली है और इसके प्रारंभिक मूल्यांकन के आधार पर कंपनी ने विमानों का उपयोग न करने का फैसला लिया है. इसने उसके नई पीढ़ी के जीटीएफ विमान इंजन को प्रभावित किया है. इंडिगो ने कहा कि वैश्विक स्तर पर साल 2023 और 2026 के बीच त्वरित निरक्षण के दौरान 600-700 ऐसे इंजनों को हटाया जा रहा है और इनमें से दो-तिहाई इंजन हटाने की योजना 2023 और 2024 की शुरुआत में बनाई गई है.
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अपनी उड़ान क्षमता को पूरा करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. इनमें विमानों को वेट लीज पर लेना, बाजार से अतिरिक्त विमानों को पट्टे पर लेना आदि शामिल है. हालांकि इंडिगो चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही और उसके बाद अपनी क्षमता पर इन एओजी के प्रभाव को कम करने के लिए पीएंडडब्ल्यू के साथ काम करना जारी रखेगा.
एयर इंडिया को मिला नोटिस
विमानन नियामक डीजीसीए ने यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं से जुड़े मानदंडों का पालन न करने पर एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नियामक ने पिछले साल यात्रियों को बोर्डिंग से वंचित करने पर नागरिक उड्डयन आवश्यकता (सीएआर) के प्रावधानों का पालन नहीं करने के लिए एयर इंडिया पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को कहा कि वह मई 2023 से विभिन्न प्रमुख हवाई अड्डों पर अनुसूचित घरेलू एयरलाइनों का निरीक्षण कर रहा है. डीजीसीए ने एक बयान में कहा कि निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि एयर इंडिया संबंधित सीएआर प्रावधानों का अनुपालन नहीं कर रहा था. बयान के अनुसार ऐसे में एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी कर सीएआर के प्रावधानों का अनुपालन न करने पर जवाब मांगा गया है. कारण बताओ नोटिस के बारे में एयर इंडिया की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई.
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