इंडिगो रोजाना 2,000 से ज्यादा उड़ान भरने वाली देश की पहली पहली एयरलाइन बन गई है. इंडिगो ने साल 2006 में परिचालन शुरू किया था. वर्तमान में यह 85 घरेलू और 32 अंतरराष्ट्रीय स्थानों के लिए उड़ान भरती है. अक्टूबर’23 में जारी ओएजी डेटा के अनुसार, इंडिगो आवृत्ति और सीट क्षमता दोनों में विश्व स्तर पर शीर्ष 10 एयरलाइनों में से एक है. तकरीबन 6 साल पहले यह 1,000 दैनिक उड़ानों वाली पहली भारतीय विमानन कंपनी बनी थी.
पिछले छह महीने में इंडिगो एयरलाइन्स ने वैश्विक स्तर पर विस्तार करने के लिए मध्य और दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका तथा पश्चिमी एशिया में 20 से अधिक अंतरराष्ट्रीय स्थानों के लिए उड़ानें शुरू की हैं. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के आंकड़े के अनुसार, इंडिगो के बेड़े में 330 विमान शामिल हैं.
इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी पीटर एल्बर्स ने प्रेस रीलीज में कहा कि हम 2,000 दैनिक उड़ानों को पार करने की उल्लेखनीय उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं. उन्होंने कहा इस उपलब्धि को संख्यात्मक उपलब्धि से ज्यादा बताकर रणनीतिक छलांग बताया है. उन्होंने कहा कि इससे हमें बढ़ी हुई कनेक्टिविटी और नए सिरे से परिभाषित यात्री अनुभव के लिए तैयार कर रही है.
घरेलू बाजार भागीदारी के लिहाज से इंडिगो की भागीदारी इस साल सितंबर के मुकाबले 63.4 फीसद से मामूली घटकर अक्टूबर में 62.6 फीसद रह गई. अपनी ‘आश्वस्त करें, विकसित करें और बनाएं’ विकास रणनीति के तहत, इंडिगो की भविष्य के लिए बड़ी महत्वाकांक्षाएं हैं. लगभग 1000 विमानों की ऑर्डर बुक के साथ, इसका लक्ष्य दशक के अंत तक अपने आकार को दोगुना करना और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने नेटवर्क का निर्माण जारी रखना है.