वीजा मिलने में देरी के बावजूद संयुक्त राज्य अमेरिका US जाने वालों में भारतीयों की संख्या में इजाफा हुआ है. ब्रांड यूएसए की मुख्य मार्केटिंग अधिकारी स्टेसी मेलमैन ने कहा कि बीते साल यानी 2023 में करीब 1.7 मिलियन भारतीय यूएस आए, जो 2019 की तुलना में 20% ज्यादा है. उन्होंने यह भी कहा कि यूएस का लक्ष्य 2027 तक इस आंकड़े को 2 मिलियन तक पहुंचाना है. इसके लिए नए वीजा से जुड़ी चुनौतियों को दूर किया जा रहा है.
मेलमैन ने यह भी कहा कि वीजा नियुक्ति में देरी भारतीय विजिटर्स के लिए एक समस्या है, लेकिन इसे ठीक किया जा रहा है. इसी के तहत 2023 में भारत से अमेरिका की यात्रा के लिए 1.2 मिलियन नए वीजा जारी किए गए थे. इसके अलावा दूसरे उपाय भी किए गए हैं जिससे विजिटर्स को परेशानी न हो. अगर भारतीय यात्रियों का वीजा खत्म हो गया है, तो उनके लिए प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया गया है. यदि समाप्त अवधि लगभग चार साल है, तो उन्हें व्यक्तिगत नियुक्तियों के लिए नहीं जाना होगा.
मेलमैन ने कहा कि ब्रांड यूएसए को अमेरिका आने वाले भारतीय यात्रियों से अच्छी प्रतिक्रियाएं मिली है. यूएस जाने वाले भारतीयों के लिए शीर्ष गंतव्य न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया और फ्लोरिडा है. पर्यटकों के मामले में भारत यूएस के लिए पांचवें नंबर का अंतरराष्ट्रीय बाजार है. चूंकि भारत में मध्यम वर्ग की समृद्धि बढ़ रही है ऐसे में यहां एक बड़ा अवसर है.
यूएस में भारतीय विजिटर्स की संख्या बढ़ाने के मकसद से ब्रांड यूएसए ने Tata CLiQ लक्ज़री के साथ साझेदारी की है. ट्रैवल जगत में Tata CLiQ का ये पहला कदम है. ब्रांड यूएसए का कहना है कि इस डील के तहत टाटाक्लिक यूजर्स के हाई नेटवर्थ वाले भारतीयों को छूट दी जाएगी. साथ ही उन्हें यूएसए में उपलब्ध ‘अनूठे’ लक्जरी ट्रैवल सुविधा का लाभ दिया जाएगा.