खाने-पीने से जुड़ी वस्तुओं की महंगाई बढ़ने की वजह से दिसंबर के दौरान महंगाई दर 4 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है. सांख्यिकी मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर के दौरान रिटेल महंगाई दर 5.69 फीसद दर्ज की गई है जो 4 महीने का ऊपरी स्तर है. इससे पहले नवंबर के दौरान महंगाई दर 5.55 फीसद थी. आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर के दौरान शहरों के मुकाबले गावों में महंगाई ज्यादा रही है, शहरी महंगाई दर 5.46 फीसद और ग्रामीण महंगाई दर 5.93 फीसद दर्ज की गई है.
सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महंगाई दर को 4 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंचाने में सबसे ज्यादा योगदान सब्जी, दाल, मसाले, अनाज, फल और चीनी का है, यानी रसोई में इस्तेमाल होने वाला हर सामान महंगा हो गया है. दिसंबर के दौरान सब्जियों की महंगाई दर 27.64 फीसद, दालों की 20.73 फीसद, मसालों की 19.69 फीसद, फलों की 11.14 फीसद और चीनी की महंगाई 7.14 फीसद दर्ज की गई है. कुल खाद्य महंगाई 9.53 फीसद दर्ज की गई है. इसके अलावा पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की महंगाई भी 7 फीसद के ऊपर रही है
राज्यों की बात करें तो दिसंबर के दौरान देशभर में सबसे ज्यादा महंगाई ओडिशा में दर्ज की गई है, वहां पर महंगाई दर 8.73 फीसद रही है. इसके बाद गुजरात में 7.07 फीसद, राजस्थान में 6.95 फीसद, हरियाणा में 6.72 फीसद, कर्नाटक और तेलंगाना में 6.65 फीसद, महाराष्ट्र में 6.08 फीसद, पंजाब में 5.95 फीसद और बिहार में 5.89 फीसद महंगाई दर्ज की गई है. कुल 9 राज्य ऐसे हैं जहां पर महंगाई दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है.
महंगाई पर ये था आरबीआई का पूर्वानुमान
दिसंबर में आयोजित हुई पॉलिसी मीटिंग के दौरान आरबीआई ने महंगाई दर का लक्ष्य 5.4 फीसदी पर बरकरार रखा था. वहीं अगस्त में RBI MPC ने वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने महंगाई के पूर्वानुमान को 5.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया था. उस दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति कार्रवाइयों के जरिए महंगाई पर काफी हद तक काबू पाने की बात कही थी. हालांकि इस दौरान उन्होंने खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों की निगरानी के लिए कहा था.