मशहूर भारतीय स्नैक्स कंपनी हल्दीराम जल्द ही येलो डायमंड ब्रांड के प्रताप स्नैक्स में हिस्सेदारी खरीद सकता है. सूत्रों के मुताबिक इस बारे में अभी शुरुआती स्तर पर बातचीत हुई है, वैल्यूएशन पर चर्चा होना बाकी है. हल्दीराम प्रतिद्वंद्वी कंपनी में कम से कम 51% की बहुमत हिस्सेदारी हासिल करना चाहता है. ये डील 2,912 करोड़ (350 मिलियन डॉलर) में होने की संभावना है. हल्दीराम इस डील के जरिए बाजार में अपना विस्तार करना चाहता है.
सूत्रों के अनुसार पीक XV पार्टनर्स, जिसे पहले सिकोइया कैपिटल इंडिया के नाम से जाना जाता था इसके पास प्रताप स्नैक्स की लगभग 47% हिस्सेदारी है. वह कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का पूर्ण विनिवेश करने की मांग कर रहा है. बता दें प्रताप स्नैक्स ने 2017 में शेयर बाजार में अपनी शुरुआत की थी और पिछले साल कंपनी ने लगभग 200 मिलियन डॉलर का वार्षिक राजस्व दर्ज किया. यह रोजाना अपने स्नैक्स के 12 मिलियन से अधिक पैकेट 5 रुपए (6 अमेरिकी सेंट) से भी कम कीमत पर बेचता है. दूसरी ओर हल्दीराम 1 बिलियन डॉलर से अधिक के राजस्व और देश भर में 150 रेस्तरां के नेटवर्क के साथ पैकेज्ड स्नैक्स का एक बहुत बड़ा निर्माता है. पिछले साल, हल्दीराम 10 अरब डॉलर की वैल्यूएशन के लिए टाटा समूह और अन्य रणनीतिक निवेशकों के साथ सौदे पर बातचीत कर रहा था, हालांकि ये कामयाब नहीं हो पाए.
सूत्रों का कहना है कि प्रताप के साथ हल्दीराम की ये डील पक्की हो सकती है. वो नामी ब्रांड को आलू चिप्स सेगमेंट में प्रवेश करने की इजाजत दे सकता है, क्योंकि उपभोक्ता अक्सर स्थानीय ब्रांड की तुलना में पश्चिमी स्वाद वाले स्नैक्स लेना पसंद करते हैं. प्रताप स्नैक्स 9 भारतीय राज्यों में 14 मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट चलाता है. जबकि छोटी असंगठित कंपनियां भारत में तले हुए स्नैक्स बाजार पर हावी हैं. हाल के वर्षों में स्वास्थ्य जागरूकता और हाई डिस्पोजेबल आय के कारण ब्रांडेड उत्पादों में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है. महंगाई के दबाव और भारतीय बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करने के बावजूद, प्रताप स्नैक्स बाजार के बारे में आशावादी बने हुए हैं. उनका अनुमान है कि 14% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ स्नैक्स बाजार का मूल्य 5.2 बिलियन डॉलर रह सकता है.
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