अगर आप अमेरिका जाकर नौकरी करना चाहते हैं तो आपके लिए बुरी खबर है. दरअसल यूएस वीजा फीस महंगी कर सकता है. ऐसे में H-1B के लिए रजिस्ट्रेशन महंगा हो जाएगा, जिससे प्रोफेशनल्स को झटका लग सकता है. यूएस सिटीजपनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने वीजा शुल्क में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है.
बता दें जनवरी 2023 में USCIS ने 469 पन्नों का एक दस्तावेज जारी किया था, जिसमें इमीग्रेश्न फीस बढ़ाए जाने की बात कही गई थी. अगर ये प्रस्ताव लागू हो जाता है, तो नियोक्ताओं को इस शुल्क वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है. प्रस्ताव के तहत शुल्क बढ़ोतरी की प्रक्रिया को दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 में अंतिम रूप दिया जा सकता है. जिसके 60-90 दिनों के बाद ये लागू कर दिया जाएगा.
H-1B के तहत ई-रजिस्ट्रेशन शुल्क पहले सिर्फ 10 डॉलर था, लेकिन ये 2050 फीसदी बढ़कर 215 डॉलर हो सकता है. USCIS ने प्रस्ताव में कहा कि आवेदन फीस से लगभग 96 फीसदी फंडिंग पूरी होती है. ऐसे में एजेंसी की लागत वसूलने और महामारी के कारण प्रोसेसिंग बैकलॉग में सुधार के लिए शुल्क में बढ़ोतरी किया जाना जरूरी है. कोरोनाकाल में आमदनी भी 40 फीसदी घट गई थी. वहीं, कर्मचारियों की कमी से इमिग्रेशन एजेंसी पर पुराने आवेदनों को मंजूर करने का दबाव बढ़ता रहा है.
कितनी बढ़ेगी फीस?
यदि ये प्रस्ताव लागू किया जाता है, तो शुल्क वृद्धि का कई अलग-अलग इमिग्रेशन श्रेणियों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. जिसके तहत एच-1बी ई-पंजीकरण शुल्क में 2050% की जबरदस्त वृद्धि हो सकती है, ये 10 डॉलर से बढ़कर 215 डॉलर तक किया जा सकता है. वहीं एच-1बी वीज़ा आवेदन के लिए आवेदन शुल्क को 460 डॉलर से बढ़ाकर 780 डॉलर किया जा सकता है, इसमें करीब 70 फीसद का इजाफा होगा. इसके अलावा, इमिग्रेशन शुल्क परिवर्तन ग्रीन कार्ड के लिए आवेदनों को भी प्रभावित करेगा. ग्रीन कार्ड वो हैं, जो किसी व्यक्ति को स्थायी निवास के तहत संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति देता है. नए प्रस्ताव के तहत ग्रीन कार्ड आवेदनों को 640 डॉलर से 760 डॉलर तक किया जा सकता है.