सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी सेल (SAIL) के दो बोर्ड स्तर के अधिकारियों और लौह अयस्क प्रमुख एनएमडीसी के एक निदेशक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इन पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप है. सेल ने नियमों के उल्लंघन के लिए 26 अन्य अधिकारियों को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया है.
स्टील पीएसयू ने बीएसई को एक फाइलिंग में कहा है कि इस्पात मंत्रालय ने 19 जनवरी, 2024 को भेजे गए पत्र में बताया कि भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड के आचरण, अनुशासन और अपील नियम, 1977 के तहत दी गई शक्तियों का गलत प्रयोग किया गया है. इसी के चलते वी एस चक्रवर्ती, निदेशक (वाणिज्यिक) और ए के तुलसियानी, निदेशक (वित्त) को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. एनएमडीसी ने भी घोषणा की कि उसके बोर्ड स्तर के अधिकारी वी. सुरेश को तुरंत हटा दिया गया है.
निचले स्तर के अधिकारियों पर भी एक्शन
सेल ने यह भी कहा कि कंपनी के 26 निचले-बोर्ड स्तर के अधिकारियों को भी तत्काल प्रभाव से हटाया गया है. इनमें एस के शर्मा, ईडी (एफ एंड ए), सीएमसी, विनोद गुप्ता, ईडी (वाणिज्यिक), अतुल माथुर, ईडी (बिक्री और आईटीडी) और आर.एम. सुरेश, ईडी (विपणन सेवाएं) आदि शामिल हैं. एक अलग बयान में सेल ने कहा कि यह मुद्दा लोकपाल के निर्देशों के अनुसार की जा रही कुछ जांचों से संबंधित है. सेल के चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने कहा कि कंपनी का कारोबार सामान्य रूप से चल रहा है और इसका कंपनी के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. वे कॉर्पोरेट प्रशासन और नैतिक आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की कोशिश करेंगे.
बता दें इस्पात मंत्रालय के तहत सेल, देश की सबसे बड़ी इस्पात बनाने वाली कंपनी है, जबकि एनएमडीसी भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक इकाई है.