MGNREGS: मानसून और पोस्ट मानसून सीजन में बरसात की कमी की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती रोजगार की मांग, और ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना MGNREGS के आवंटित फंड में अधिकतर राशि खर्च होने के बाद, केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने इस योजना के लिए अतीरिक्त 10 हजार करोड़ रुपए का फंड जारी किया है. MGNREGS के लिए केंद्र सरकार ने पूरे वित्तवर्ष के लिए 60 हजार करोड़ रुपए का आवंटन किया था लेकिन इसमें करीब 95 फीसद पैसा अक्टूबर तक खत्म हो चुका है.
आवंटित राशि में अधिकतर पैसा खर्च होने के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अक्टूबर के दौरान वित्त मंत्रालय से अतीरिक्त पैसे की मांग की थी, जिसे ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्रालय ने 10 हजार करोड़ जारी किया है, संभावना है कि आने वाले दिनों में वित्त मंत्रालय की तरफ से MGNREGS के लिए और भी पैसा जारी किया जा सकता है.
इस साल पहले मानसून सीजन के दौरान बरसात का संतुलन बिगड़ा है, उसके बाद पोस्ट मानसून सीजन में भी बरसात की भारी कमी दर्ज की गई है. इस वजह से कृषि कार्यों में रोजगार कम हुआ है और गावों में लोग MGNREGS के तहत ज्यादा रोजगार की मांग कर रहे हैं. यही वजह है कि MGNREGS के तहत रोजगार मांगने वालों की संख्या बढ़ी है.
गौरतलब है कि इससे पहले वित्त वर्ष 2024 में केंद्र सरकार ने MGNREGS के तहत आवंटित होने वाले बजट में बड़ी कटौती करते हुए इसे 88,000 करोड़ रुपये से घटाकर 60,000 करोड़ रुपये कर दिया था. लेकिन सरकार ने तब यह ऐलान भी किया था कि जरूरत पड़ने पर सरकार और फंड्स का प्रावधान करेगी.