सरकार ने अपनी नीतियों एवं कार्यक्रमों के प्रचार के लिए निजी एफएम रेडियो स्टेशनों पर विज्ञापन की दरों में भारी वृद्धि करने की सोमवार को मंजूरी दे दी. सरकार के इस कदम से देश भर में 400 से अधिक सामुदायिक रेडियो स्टेशनों को फायदा होगा. विज्ञापन की नयी दरों की घोषणा आठ साल बाद की गई है. इसके पहले बढ़ोतरी 2015 में की गई थी.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विज्ञापन दरों को अंतिम रूप देने के लिए मूल्य निर्धारण फॉर्मूले में शहरी आबादी और श्रोताओं के आंकड़ों जैसे विभिन्न कारकों को ध्यान में रखा गया है. इसके लिए 2019 के इंडिया रीडरशिप सर्वे (आईआरएस) की मदद ली गई.
आधिकारिक बयान के मुताबिक, विज्ञापन शुल्क की आधार दर में 43 फीसद की वृद्धि का फैसला किया गया है. इसके साथ ही एफएम रेडियो विज्ञापन के लिए सकल आधार दर 52 रुपये से बढ़कर 74 रुपये प्रति 10 सेकंड हो जाएगी.
विज्ञापन दर में इस बढ़ोतरी से निजी एफएम रेडियो संचालकों को अलग-अलग अनुपात में फायदा पहुंचेगा. यह अनुपात इन एफएम रेडियो स्टेशनों के श्रोताओं पर काफी हद तक निर्भर करेगी.
बयान के मुताबिक, इस फैसले के बाद 106 रेडियो स्टेशनों के लिए विज्ञापन दरें 100 फीसद तक बढ़ जाएंगी जबकि 81 स्टेशनों की विज्ञापन दरें 50-100 फीसद तक बढ़ेंगी. वहीं श्रोताओं के बारे में आंकड़ा उपलब्ध नहीं होने वाले 65 स्टेशनों के लिए विज्ञापन दरें 50 फीसद से कम बढ़ेंगी.