सरकार ने 129 रुपए प्रति किलोग्राम से कम कीमत वाले कुछ प्रकार के स्क्रू (पेंच) के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया. इस पहल का मकसद घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने अधिसूचना में कहा, “स्क्रू की आयात नीति को संशोधित करते हुए मुक्त से प्रतिबंधित किया गया है. हालांकि अगर सीआईएफ (लागत, बीमा, माल ढुलाई) मूल्य 129 रुपये या प्रति किलोग्राम से अधिक है तो आयात मुक्त होगा.
प्रतिबंधित उत्पादों में कोच क्रू, मशीन स्क्रू, लकड़ी के स्क्रू, हुक स्क्रू और सेल्फ-टैपिंग स्क्रू हैं. भारत ने सत्र 2022-23 में 82.7 करोड़ डॉलर और चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर तक 46.81 करोड़ डॉलर के स्क्रू, बोल्ट, नट, वॉशर और इसी तरह की वस्तुओं का आयात किया. इन्हें फ्रांस, चीन, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ब्राजील और बेल्जियम जैसे देशों से आयात किया जाता है.
बता दें कि घरों के दरवाजे, खिड़कियों से लेकर कई तरह के फर्नीचर और साथ ही अन्य जगहों पर इस्तेमाल होने वाले स्क्रू के इंपोर्ट पर सरकार की ओर के प्रतिबंध लगा दिया गया है. गौरतलब है कि सरकार की ओर से चीन , आस्ट्रेलिया, ब्राजील समेत कुछ अन्य देशों से स्क्रू के सस्ते आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सरकार के इस कदम के जरिए उम्मीद किया जा रहा है कि इससे घरेलू इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. साथ ही सस्ते इंपोर्ट की वजह से इसके देश में डंपिंग से भी छुटकारा मिलने की संभावना है.