महिंद्रा फाइनेंस ने मंगलवार को कहा कि उसने कंपनी की एक शाखा में अपने रिटेल व्हीकल लोन पोर्टफोलियो में में लगभग 150 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पता लगाया है. कंपनी ने 2023-24 के फाइनेंशियल रिसल्ट्स को मंजूरी देने के लिए अपनी बोर्ड बैठक स्थगित कर दी है.
मार्च तिमाही और 2023-24 के फाइनेंशियल रिसल्ट्स को मंजूरी देने के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज बोर्ड की मंगलवार को बैठक होने वाली थी. एक नियामक फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि बोर्ड बैठक की नई तारीख की जानकारी बाद में दी जाएगी.
क्या था मामला
महिंद्रा फाइनेंस ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के अंत के दौरान, नॉर्थ ईस्ट में कंपनी की एक शाखा में धोखाधड़ी का पता चला. महिंद्रा फाइनेंस ने कहा कंपनी की तरफ से बांटे गए रिटेल व्हीकल लोन में केवाईसी दस्तावेजों की जालसाजी शामिल थी जिस वजह से कंपनी के धन का गबन हुआ. मामले में जांच एडवांस स्टेज में है. कंपनी का अनुमान है कि यह धोखाधड़ी से 150 करोड़ रुपये से ज्यादा का असर नहीं पड़ेगा.
इसमें कहा गया है कि जांच चल रही है, और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाइयों की पहचान की गई है. इसमें शामिल कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी शामिल है. BSE पर महिंद्रा फाइनेंस के शेयर 5.47 फीसदी की गिरावट के साथ 263.60 रुपये पर बंद हुए.