इलेक्ट्रिक गाडि़यों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार जहां कई प्रात्साहन योजनाएं चला रही है, इसके बावजूद अप्रैल 2024 में EVs की बिक्री में गिरावट देखने को मिली. मार्च, 204 में जहां 209,276 यूनिट की बिक्री हुई थी, वहीं अप्रैल में यह आधी घटकर 112,396 यूनिट रह गई है. हालांकि यह बीते साल से 1 फीसद ज्यादा है. अप्रैल 2023 में कुल 111,356 यूनिट बेचे गए थे.
जानकारों के मुताबिक ईवी उद्योग खासतौर पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए कम सब्सिडी से बिक्री प्रभावित हुई है. FAME II सब्सिडी के 31 मार्च, 2024 को खत्म होने से लोगों का ईवी गाडि़यों को खरीदने का रुझान कम हुआ है. ईवी ओईएम की ओर से सब्सिडी जारी रखने की अपील पर सरकार ने 13 मार्च को एक नई योजना शुरू करने की घोषणा की, जिसका नाम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (ईएमपीएस) है, जो 1 अप्रैल से 31 जुलाई 2024 तक चार महीने की अवधि के लिए वैध है. इसका लक्ष्य 333,000 दोपहिया और 38,828 तीन पहिया वाहनों सहित 372,000 ईवी की खरीद का समर्थन करना है.
कितनी मिलती है सब्सिडी?
ईएमपीएस के तहत दोपहिया वाहनों को 10,000 रुपए प्रति यूनिट की अधिकतम सीमा के साथ 5,000 रुपए प्रति किलोवाट की सब्सिडी मिलती है, वहीं ई-तिपहिया वाहन दोपहिया वाहनों की तुलना में दोगुनी अधिकतम सीमा के साथ 5,000 रुपए प्रति किलोवाट की सब्सिडी मिलती है.
जुलाई में बढ़ सकती है बिक्री
मई और जून 2024 में ईवी के लिए धीमी मांग दिखाई देगी, लेकिन जुलाई 2024 के ईएमपीएस-समाप्ति महीने में मजबूत वृद्धि देखी जा सकती है. दोपहिया और तिपहिया उद्योग, जो वॉल्यूम ड्राइवर हैं, इसमें मांग बढ़ने की उम्मीद है.