दुबई ने भारतीयों को लुभाने और पर्यटन एवं व्यवसायिक यात्रा को ज्यादा बढ़ावा देने के लिए पांच वर्षीय मल्टीपल एंट्री वीजा पेश किया है. ये वीज़ा 90 दिनों तक रहने की अनुमति देता है. इसे एक बार बढ़ाया यानी रिन्यू कराया जा सकता है. हालांकि इस वीजा के तहत सालाना 180 दिनों से अधिक नहीं रुक सकते हैं. ये वीजा रिक्वेस्ट मिलने के 2 से 5 दिनों के अंदर जारी किया जाएगा.
दुबई डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमी एंड टूरिज्म (डीईटी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार जनवरी और दिसंबर 2023 के बीच दुबई में भारत से करीब 2.46 मिलियन विजिटर्स आए. यह 2022 में आए 1.84 मिलियन पर्यटकों से ज्यादा है. दुबई पहुंचने वाले विजिटर्स का ये आंकड़ा 2019 में कोविड महामारी से पहले के 1.97 मिलियन विजिटर्स को पार कर गया है. डीईटी का कहना है कि इस मल्टीपल एंट्री वीजा से पर्यटक अब कई एंट्रीज और एग्जिट का लाभ उठा सकते हैं, यानी लोग कई बार आ-जा सकते हैं. ये पर्यटकों को दुबई में व्यावसायिक गतिविधियों को संचालित करने और फुर्सत के लम्हें बिताने में मदद करेगा.
डीईटी में प्रॉग्जिमिटी मार्केट के क्षेत्रीय प्रमुख, बदर अली हबीब ने कहा कि दुबई भारत के साथ अपने दीर्घकालिक संबंधों को महत्व देता है. 2023 में दुबई आने वाले भारतीयों की तादाद काफी ज्यादा थी, जिसने दुबई के पर्यटन क्षेत्र के रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन में योगदान दिया था. भारत D33 एजेंडा के लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक अहम भूमिका निभा रहा है. भारतीयों की ये संख्या दुबई के व्यापार, निवेश और पर्यटन केंद्र की स्थिति को और मजबूत करेगी.
डीईटी ने एक बयान में कहा कि व्यवसाय और छुट्टियां बिताने के लिए दुबई शीर्ष तीन वैश्विक शहरों में से एक है. यूएई और भारत प्रमुख आर्थिक साझेदारों के रूप में खड़े हैं, जिनके रिश्ते सदियों पुराने हैं. ये आपस में सांस्कृतिक आदान-प्रदान, राजनयिक सहयोग और महत्वपूर्ण व्यापार को बढ़ावा देने का काम करते हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए दुबई, भारतीय यात्रियों की एक विस्तृत श्रृंखला को लुभाने की कोशिश कर रहा है.