कोरोना के बाद से एयरलाइंस सेक्टर में तेजी से ग्रोथ देखने को मिली है. यही वजह है कि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने पिछले साल (2023) सबसे ज्यादा कमर्शियल पायलट लाइसेंस जारी किए हैं. आंकड़ों के अनुसार इसकी संख्या सालाना आधार पर 39 फीसद बढ़कर 1,622 हो गई है. अच्छी बात यह है कि इसमें महिलाओं की हिस्सेदारी भी बढ़कर 22.5 फीसद हो गई है. वहीं 31 दिसंबर, 2022 में डीजीसीए ने करीब 1,165 कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) जारी किए थे.
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वर्ष 2023 में जारी सीपीएल की संख्या एक दशक में सबसे ज्यादा है. साल 2023 के लिए जारी किए गए 1,622 कमर्शियल पायलट लाइसेंस की रिकॉर्ड संख्या ने वर्ष 2022 में जारी किए गए 1,165 लाइसेंस के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. इसमें करीब 39.22 फीसद की वृद्धि देखने को मिली है. यह लगातार दूसरा वर्ष है जब जारी किए गए लाइसेंस की संख्या एक दशक में सबसे अधिक रही है.
महिलाओं की बढ़ी हिस्सेदारी
साल 2023 के दौरान जारी किए गए 1,622 कमर्शियल पायलट लाइसेंस में से 18.12 फीसद लाइसेंस महिला पायलटों को जारी किए गए हैं. डीजीसीए का कहना है कि भारत को महिला पायलट लाइसेंस के साथ अग्रणी देशों में से एक माना जाता है. यह वृद्धि नागर विमानन क्षेत्र में महिला सशक्तीकरण के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है. वहीं अनुसूचित एयरलाइन में कार्यरत कार्यबल में अनुमानित 14 फीसद महिला पायलट हैं.