केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि किसानों को कृषि से जुड़ी वैज्ञानिक जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए सरकार मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘किसान की बात’ शुरू करेगी. इस पहल का उद्देश्य कृषि पद्धतियों का आधुनिकीकरण करना और किसानों को अत्याधुनिक वैज्ञानिक जानकारी से सशक्त बनाना है. इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक, विभाग के अधिकारी और खुद मंत्री शामिल होंगे, जो सर्वोत्तम पद्धतियों और वैज्ञानिक प्रगति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देंगे.
चौहान ने किसानों को वैज्ञानिक लाभ तेजी से हस्तांतरित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि किसानों के पास अक्सर जानकारी का अभाव होता है, जिससे कीटनाशकों का दुरुपयोग होता है. हमें इस पर ध्यान देना चाहिए.
‘किसान की बात’ भारत के कृषि क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है. चौहान ने कृषि विज्ञान केंद्रों को किसानों की जरूरतों के साथ एकीकृत करने और कृषिकर्मियों के बीच चर्चा को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया.
मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहाकि हमारा लक्ष्य भारत को ‘विश्व के फूड बास्केट’ में बदलना है. इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (एनपीएसएस) का भी शुभारंभ किया. कार्यक्रम में किसानों ने भी शिरकत की.
चौहान ने किसानों को प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि पिछली सरकारों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में किसानों को आमंत्रित नहीं करने की भूल की थी. इस कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर और भागीरथ चौधरी के साथ-साथ आईसीएआर के महानिदेशक हिमांशु पाठक भी शामिल हुए.